हलधर किसान खरगोन | बड़वाह विकासखंड के ग्राम बकावा में ग्रामीण आजीविका को नई उड़ान देते हुए, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अब मिर्च प्रसंस्करण के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच रही हैं। 9 जुलाई को खरगोन कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल ने इस कुटीर उद्योग इकाई का निरीक्षण किया और महिलाओं की मेहनत व आत्मनिर्भरता की भावना की सराहना की।

यह इकाई नाबार्ड के आजीविका एवं उद्यम विकास कार्यक्रम (LEDP) के तहत एडेप्ट एडुसिस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा स्थापित की गई है। कलेक्टर मित्तल ने समूह अध्यक्ष योगिता केवट सहित अन्य महिला सदस्यों से मशीन संचालन, पैकिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग जैसे विषयों पर चर्चा की और “निमाड़ी तीखा” नामक स्थानीय ब्रांड के पैकेटों का अवलोकन किया। उन्होंने सुझाव दिया कि बेहतर विपणन, गुणवत्ता नियंत्रण और स्टॉक प्रबंधन से इस इकाई को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
इस अवसर पर एनआरएलएम से गोविंद मंडलोई, डीपीएम श्री नीरज अमजरे और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

एक जिला एक उत्पाद की अवधारणा पर आधारित इस परियोजना का उद्देश्य महिलाओं को उद्यमिता के लिए तैयार करना और उन्हें स्थायी आय के अवसर प्रदान करना है। नाबार्ड द्वारा इस परियोजना के लिए ₹9.57 लाख का अनुदान स्वीकृत किया गया था, जिसमें महिलाओं को हैदराबाद स्थित एनआईएमएसएमई में विशेष प्रशिक्षण भी दिलवाया गया।
बकावा की यह इकाई लाल मिर्च के मूल्य संवर्धन पर केंद्रित है और नवंबर 2023 से फरवरी 2024 के बीच 90 महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुकी है। पल्वराइज़र, बैंड सीलर और वेइंग स्केल जैसी आधुनिक मशीनों से लैस यह इकाई पूरी तरह तैयार है।
फरवरी 2025 से इस इकाई का संचालन “नर्मदेश्वर महिला मंडल” द्वारा किया जा रहा है, जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त सभी महिलाएं सदस्य हैं। यह मंडल स्वयं कच्चे माल की खरीद से लेकर वित्तीय निवेश तक सभी कार्यों को संभाल रहा है।

डिजिटल बाजार में भी रखी मजबूत पकड़:
महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को अब www.ajeevikamart.com जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध किया गया है, जिससे डिजिटल माध्यम से भी आमदनी के रास्ते खुल गए हैं।
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