हलधर किसान रूस। रूस में एक जोरदार भूकंप ने पूरी दुनिया को हिला दिया है. बुधवार को रूस के कमचटका प्रायद्वीप में 8.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसे स्थानीय प्रशासन ने दशकों में सबसे शक्तिशाली बताया है. इस भूकंप के बाद जापान, रूस और प्रशांत द्वीपों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि इस भूकंप से कुरिल द्वीप पर 4 मीटर (13 फीट) तक ऊंची सुनामी पैदा हुई, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और इमारतों को नुकसान पहुंचा. अमेरिका की जियोलॉजिकल सर्वे एजेंसी (USGS) ने पुष्टि की है कि भूकंप के बाद सुनामी लहरें उठ चुकी हैं और अलास्का के कुछ हिस्सों में चेतावनी जारी की गई है

सुनामी की आहट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “प्रशांत महासागर में आए भीषण भूकंप के कारण, हवाई में रहने वालों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। अलास्का और संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रशांत तट पर सुनामी निगरानी जारी है। जापान भी खतरे में है। मजबूत रहें और सुरक्षित रहें।” रूस की भूभौतिकी सेवा के क्षेत्रीय विभाग ने इस भूकंप को 1952 के बाद का सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया है। कमचटका के पेट्रोपावलोव्स्क-कमचट्स्की के दक्षिण-पूर्व में आए इस भूकंप ने पूरे प्रशांत क्षेत्र को सतर्क कर दिया है
हवाई में सुनामी की चेतावनी के बाद होनोलूलू में सायरन बजाए गए और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने को कहा गया। केंद्र ने बताया कि हवाई, चिली, जापान और सोलोमन द्वीप समूह में 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें टकरा सकती हैं।
जापान ने भी टोक्यो खाड़ी सहित कई इलाकों के लिए सुनामी चेतावनी जारी की है। न्यूज़ीलैंड में आपदा प्रबंधन एजेंसी ने तटीय इलाकों में “असामान्य और तेज़ धाराओं” की चेतावनी दी है, हालांकि अभी वहां निकासी की ज़रूरत नहीं है।
फिलीपींस में भूकंपीय एजेंसी PHIVOLCS ने प्रशांत महासागर से सटे तटीय इलाकों में लोगों को समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह दी है। यहां एक मीटर से कम ऊंची सुनामी लहरों की आशंका है। वहीं, गुआम और अलास्का के कुछ हिस्सों में भी सुनामी वॉच जारी किया गया है.
अमेरिका के कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन, ब्रिटिश कोलंबिया, दक्षिण अलास्का और अलास्का प्रायद्वीप में सुनामी सलाह जारी की गई है।
यूएस नेशनल वेदर सर्विस ने कैलिफोर्निया-मेक्सिको सीमा से लेकर अलास्का के चिगनिक बे तक सुनामी वॉच जारी किया है। दूसरी ओर, इक्वाडोर को भी सुनामी की चपेट में आने वाले देशों की सूची में शामिल किया गया है, जहां 3 मीटर से ऊंची लहरें खतरा बन सकती हैं।
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