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बीज कानून पाठशाला – 30 “बीज की एम०आर०पी०”

हलधर किसान इंदौर। बीज कृषि का अनमोल रत्न है। इसकी गुणवत्ता के लिये बीज अधिनियम-1966, बीज नियम-1968, बीज नियन्त्रण आदेश-1983 जिसकी रचना आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 से हुई है लागू है। बीज की गुणवत्ता एवं बीज विक्रय का नियमन इन कानूनों के द्वारा किया जाता है। इन कानूनों की पालना करवाने के लिये बीज निरीक्षक और बीज…

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बीज कानून पाठशाला-28 “जब भारत राष्ट्र एक बीज कानून क्यों अनेक ?”

हलधर किसान इंदौर l बीज कृषि का प्रधान आदान है अतः इसकी गुणवत्ता उत्तम होनी चाहिए ताकि किसान पसीने की कमाई से अधिकतम उत्पादन लेकर राष्ट्र के अन्न भंडार भरे। साथ ही अपना जीवन स्तर ऊँचा करे। भारत सरकार ने वर्ष 1963 में सर्व प्रथम शासकीय क्षेत्र में बीज उत्पादन प्रमाणीकरण एवं विपणन हेतु नेशनल सीड्स…

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बीज कानून पाठशाला-27 “उर्वरक के नमूने लेने की नई विधि”

हलधर किसान इंदौर। बीज, उर्वरक एवं कीटनाशी तीनों कृषि के मुख्य आदान हैं इसलिए इनकी गुणवत्ता श्रेष्ठ ही नहीं श्रेष्ठतम होनी चाहिए। उर्वरक का कोई अधिनियम नहीं है बल्कि उर्वरक की बिक्री एवं गुणवत्ता नियन्त्रण हेतु उर्वरक नियन्त्रण आदेश 1985 निरूपित किया। इस आदेश के अन्तर्गत उर्वरक निरीक्षक उर्वरक की गुणवत्ता की जांच के लिए नमूना…

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बीज कानून पाठशाला:25 “बीज कानून ज्ञान शास्वत सत्य”

हलधर किसान इंदौर।बीज कृषि का प्रधान आदान है अतः उसका चरित्रवान होना आवश्यक है। कृषि के इस महत्त्वपूर्ण आदान बारे तकनीकि एवं विधिक ज्ञान आवश्यक है। बीज उद्योग में लगे उद्यमी तकनीकि (Technical) तथा विधिक (Legal) ज्ञान अंग्रेजी भाषा में होने के कारण समझने में असहज होते हैं इसलिये उनकी रूचि बीज कानून को अपनाने…

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बीज कानून पाठशाला:24 “क्यू. आर. कोड एवं पत्रक”

हलधर किसान इंदौर। बीज कृषि की आत्मा है अतः आत्मा का पवित्र पावन होना आवश्यक है। बीज शुद्ध, प्रमाणित, गुणवान ही नहीं हो बल्कि उसे किस प्रकार उगाना है यह जानना भी आवश्यक है तभी किसान उस किस्म की अधिकतम उत्पादन क्षमता दर्शा सकती है। भारत सरकार ने भी पत्र 7-110/2025-SD-Tech-I(E157363) दिनांक 11.04.2025 द्वारा सभी राज्य…

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मूंग में पीलिया रोग

बीज कानून पाठशाला:24 “मूंग में पीलिया रोग के लिये उत्पादक उत्तरदायी नहीं”

हलधर किसान इंदौर। मूंग दाल वाली फसलों में प्रमुख है। इसमें प्रोटीन की मात्रा लगभग 25% होती है अतः सन्तुलित भोजन के मुख्य तत्त्वों में प्रधान अवयव की पूर्ति के लिये मूंग दाल आवश्यक है। 1. मूंग का बीजोत्पादन :- मूंग की उत्तम पैदावार तथा सर्वोत्तम गुणवत्ता के लिये श्रेष्ठ किस्मों का बीज उपलब्ध करवाना आवश्यक…

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बीज कानून पाठशाला अंक:23 बीज उत्पादकों के अधिकार पर जानकारी की दरकार

हलधर किसान। बीज कानून पाठशाला के आज के अंक में जानिए, बीज उत्पादकों के अधिकार पर जानकारी की दरकार..  बीज कृषि का मुख्य आदान है। कृषि की प्रगति बीज की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। भारत सरकार ने वर्ष 1963 में नेशनल सीड्स कारपोरेशन की स्थापना कर केन्द्रीय स्तर पर सुव्यवस्थित तरीके से बीज उत्पादन,…

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बीज कानून पाठशाला अंक:22 “बिना टैग और सील, प्रमाणीकरण व्यर्थ”

हलधर किसान इंदौर। बीज कानून पाठशाला – बीज को प्रमाणीकरण की भट्टी में तपा कर कुन्दन बनाया जाता है। बीज दो प्रकार के होते हैं प्रमाणित बीज तथा स्वप्रमाणित (Self certified) या टी.एल., या टी.एफ.एल. या लेबल सीड। बीज प्रमाणित करवाना स्वैच्छिक है परन्तु बीज का लैबलिंग करना अनिवार्य है। लेबल वर्ग के बीजों का…

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बीज कानून पाठशाला अंक:21 “हरियाणा (बीज संशोधन) विधेयक 2025”

हलधर किसान इंदौर। बीज कानून पाठशाला ज आज के अंक में बीज कानून रत्न से सम्मानित आरबी सिंह की कलम से जानिए… भारत सरकार ने वर्ष 1963 में बीज उत्पादन, प्रमाणीकरण एवं वितरण हेतु नेशनल सीड्स कारपोरेशन की केन्द्रीय सार्वजनिक संस्था स्थापित की जिसके द्वारा कृषि वैज्ञानिकों की बीज शोध का कृषक तक पहुंचाना लक्ष्य…

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बीज कानून पाठशाला अंक:20 आदरणीय बीज उत्पादक एवं बीज उर्वरक, कीटनाशी विक्रेता जन

हलधर किसान इंदौर। बीज कानून को लेकर हरियाणा सरकार ने नीति नियमो में किये बदलाव से व्यापारियों में आक्रोश है। इस नियम से क्या परेशानी होगी और इसका कैसे पालन करना है इसकी जानकारी आज के अंक में हम आप तक पहुचाने जा प्रयास कर रहे है। बीज कानून रत्न से सम्मानित आर बी सिंह…

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