सार:
खबरों के मुताबिक
बर्ड फ्लू के प्रकोप के केंद्र एडथुआ और चेरुथाना में लगभग 21,000 बत्तखों को मार दिया जाएगा। प्रकोप वाले क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में सभी पालतू पक्षियों को भी मारा जा सकता है।
विस्तार
हलधर किसान (पशुपालन)। देश में फिर बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई। बर्ड फ्लू का यह मामला केरल में सामने आया है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने अलाप्पुझा में दो वार्डों में बर्ड फ्लू फैलने के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को केरल सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिनियम, 2023 के तहत आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। अधिनियम के तहत पंचायत-स्तरीय समितियों को अलाप्पुझा की सभी पंचायतों में तत्काल बैठक करने का निर्देश दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार बर्ड फ्लू के प्रकोप के केंद्र एडथुआ और चेरुथाना में लगभग 21,000 बत्तखों को मार दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, प्रकोप वाले क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में सभी पालतू पक्षियों को मारा जाएगा।समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, राज्य सरकार इससे निपटने के लिए सीमावर्ती इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने अनाइकट्टी, गोपालपुरम और वालयार इलाकों में सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है।
इन क्षेत्रों में प्रत्येक चेकपोस्ट पर 12 पुलिस अधिकारी को तैनात किया गया है और तमिलनाडु पहुंचने वाले सभी वाहनों की जांच की जा रही है। तमिलनाडु के पशुपालन अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आते हैं तो तमिलनाडु सरकार सतर्क हो जाती है।
अधिकारियों ने बताया कि पशु चिकित्सक और पैरामेडिकल टीम के सदस्य टीम का हिस्सा हैं और लोगों की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि मुर्गे और जानवरों से भरे किसी भी वाहन को चेकपोस्ट पार करने की अनुमति नहीं है।
केरल की सीमा से लगे कोयंबटूर जिले में 1200 से अधिक पोल्ट्री फार्म हैं, जिसके कारण विभाग राज्य में किसी भी प्रकोप को रोकने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरत रहा है। मालूम हो कि केरल स्वास्थ्य विभाग ने अलाप्पुझा जिले के एडाथुआ और चेरुथुना में 21,000 बत्तखों को कथित तौर पर मार दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक एडथुआ में अब्राहम ओसेफ की 7500 बत्तखों, और चेरुथाना में रघुनाथन चिरयिल की 2000 और देवराजन टीकी 15000 बत्तखों में हफ्ते भर पहले से वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे थे। रिपोर्ट आने के बाद जिला कलेक्टर एलेक्स वर्गीस ने 25 अप्रैल तक बत्तख, चिकन, बटेर और अन्य घरेलू पक्षियों के मांस, अंडे और अपशिष्ट (खाद) की आवाजाही, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद जिला कलेक्टर ने मीटिंग की, जिसमें फैसला लिया गया कि भूकंप के केंद्र से एक किलोमीटर के दायरे में संक्रमित पक्षियों को मारने और नष्ट किया जाएगा। इसके लिए एक रैपिड एक्शन फोर्स बनाई गई है। इसकी 8 टीमें दोनों जगहों पर बत्तखों को मारने और उन्हें नष्ट करने का काम करेंगी।
क्रेडिट: किसान तक न्यूज
जिला प्रशासन ने कहा है कि बर्ड फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस बीमारी के इंसानों में फैलने की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, प्रशासन ने लोगों से सावधानी बनाए रखने कहा है।
केरल में बर्ड फ्लू: प्रमुख बिंदु
क्या हुआ:
- केरल के अलाप्पुझा जिले में बर्ड फ्लू का प्रकोप सामने आया है।
- एडथुआ और चेरुथाना नामक दो वार्डों में यह बीमारी फैली है।
- H5N1 उप-प्रकार के एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि हुई है।
सरकारी प्रतिक्रिया:
- 21,000 बत्तखों को मार दिया जाएगा।
- एक किलोमीटर के दायरे में सभी पालतू पक्षियों को मारा जाएगा।
- तमिलनाडु की सीमा पर चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं।
- स्वास्थ्य टीमों द्वारा लोगों की जांच की जा रही है।
- मुर्गे और जानवरों से भरे वाहनों की आवाजाही पर रोक है।
अतिरिक्त जानकारी:
- बर्ड फ्लू मनुष्यों में फैलने की संभावना कम है।
- यदि आपको कोई लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे कि बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- घबराएं नहीं, अधिकारियों द्वारा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।