बीज के लिए किसानों की जद्दोजहद जारी, तीसरे दिन भी हंगामें के बाद मिले टोकन 

खरगोन

जिले में कपास बीज की विशेष किस्म की मांग को देखते हुए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने कृषि आदान विक्रेता संघ के अध्यक्ष एवं अन्य कृषि आदान विक्रेताओं के साथ बैठक कर इस संबंध में व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।

हलधर किसान। पिछले तीन दिनों से मप्र के खरगोन जिले में किसान कपास बीज पाने के लिए जद्दोजहद कर रहे है। हालात यह है कि सुबह 5 बजे से कतार में लगने के बाद हंगामा- प्रदर्शन करने पर उन्हें दो पैकेट बीज का टोकन दिया जा रहा है।

हालात यह है कि बीज टोकन के लिए पुलिस तैनात करना पड़ रही है। इसमें कहीं न कहीं कृषि विभाग की व्यवस्थाएं भी हंगामें का कारण बन रही है। शुक्रवार को भी किसानों को चक्काजाम करने के बाद सुबह करीब 11.30 बजे से टोकन मिलने लगे, इससे किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि किसान राशि 659 कपास बीज की मांग कर रहे है, जिसकी दुकानों पर कालाबाजारी होने की शिकायत पर कृषि विभाग ने कृषि उपज मंडी में टोकन वितरित कर दुकानों से बीज उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है, इस व्यवस्था के बाद से बीज पाने के लिए रोजाना हंगामें की स्थिति बन रही है।

खरगोन

शुक्रवार को भी किसान सुबह 11 बजे तक टोकन वितरित होने की राह तकते रहे। जब टोकन काउंटर नही खुला तो गुस्साए किसान फिर सड़क पर पहुंच गए। सूचना पर पहुंचे एसडीएम भास्कर गाचले, एएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल, डीडीए एमएल चौहान ने टोकन वितरण का भरोसा देते हुए किसानों को लाईन में लगने की अपील की, हालांकि कृषि विभाग ने टोकन वितरण के लिए कोई व्यवस्था नही की थी, किसानों के प्रदर्शन के बीच टोकन बनवाना शुरु किया गया।

किसान कमलेश पटेल मथडा, तिलोक चौहान बिरोटी ने बताया कि वे सुबह 7 बजे से खड़े हैं, उनकी आवश्यकता अधिक है इसके बाद भी महज 2 पैकेट बीज दिया जा रहा है, वह भी दिनभर कतार में लगने के बाद।  किसानों का कहना है कि वर्तमान समय बुआई का है, यदि समय पर बुआई नहीं हुई तो अगली फसल में पिछड़ जाएंगे। हर साल विशेष किस्म के बीज की मांग रहती है।

इसके बावजूद कृषि विभाग ने सीजन से पहले कोई व्यवस्था नही की, नतीजतन किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। व्यापारी मनमानी कर रहे हैं। किसान पिछले तीन दिन से 42 डिग्री तापमान में खुले आसमान के नीचे कतार लगा रहे हैं। छाया के साथ ही समय पर टोकन व्यवस्था नहीं होने से कृषि विभाग सहित शासन. प्रशासन के खिलाफ नाराजगी है।

न छोड़ सकते न बो सकते

बीज पाने के लिए किसान सुबह 5 बजे से मंडी पहुंच रहे है। जैसे.जैसे दिन चढ़ता कतार के साथ ही गर्मी का प्रकोप बढ़ता जाता है। लेकिन किसानों का लक्ष्य बीज प्राप्त करना है जिसके चलते वह झुलसाने वाली गर्मी में भी कतार में लगे रहे। आखिरकार घंटों मशक्कत के बाद केवल दो पैकेट बीज हाथ लगे, ऐसे में ना तो उसको छोड़ सकते हैं और ना ही उसको ले जाकर बो सकते हैं।

जिले में कपास बीज की विशेष किस्म की मांग को देखते हुए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने कृषि आदान विक्रेता संघ के अध्यक्ष एवं अन्य कृषि आदान विक्रेताओं के साथ बैठक कर इस संबंध में व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं।

अनियमितता पाये जाने पर होगी एफआईआर

जिले में कपास बीज की विशेष किस्म की मांग को देखते हुए कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने कृषि आदान विक्रेता संघ के अध्यक्ष एवं अन्य कृषि आदान विक्रेताओं के साथ बैठक कर इस संबंध में व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिले के समस्त थोक एवं खेरची बीज विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि कपास बीज वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता या कालाबाजारी की जाती है तो उनके विरूद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज करते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी। इसके अलावा किसानों से अपील की गई है कि कपास बीज रासी.659 एवं आशा.1 किस्मों उपलब्ध करवाया जाना संभव नहीं होगा, जिससे किसान अन्य कंपनियों के बीज की बुआई करें।

क्यों दो पैकेट बीज पाने घंटों धूप में कतार लगा रहे किसान

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