हलधर किसान। सावन माह के साथ ही सनातनी धर्मावलंबियों के प्रमुख त्यौहारो का दौर शुरु हुआ है। हाल ही में नागपंचमी, रक्षाबंधन जैसे बडे त्यौहार गए है। अब जगत के पालन हार श्री हरि के अवतार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव याने जन्माष्टमी आने वाली है। जैसे.जैसे जन्माष्टमी की त्योहार नजदीक आ रहा है, भक्तों में भी उत्साह की बढ़ता जा रहा है। मंदिरों में नन्हे कान्हा को पालना झूलाने के लिए तैयारियां शुरु हो गई है तो वही घरों में भी जन्मोत्सव मनाने को लेकर उत्साह नजर आ रहा है।
ज्योतिषाचार्य डॉ. सुदीप जैन (सोनी) अजमेर के अनुसार श्री कृष्ण जन्माष्टमी इस बार जन्माष्टमी मनाने को लेकर संशय बना हुआ है। जन्माष्टमी 06 सितंबर को मनाया जाएगा या 07 सितंबर को मनाए इसको लेकर लोग असमंजस में है। वैदिक पंचांग के अनुसार, कृष्ण जन्माष्टमी कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 06 और 7 सितंबर दोनो तारीख पर पड रही है। इसलिए दोनो दिन जन्मोत्सव मना सकते है। 6 सितंबर दोपहर 03 बजकर 27 मिनट से अष्टमी शुरू होगी और 07 सितंबर दोपहर 04 बजकर 14 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। वहीं इस दिन रोहिणी नक्षत्र 06 सितंबर सुबह 09 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा जो 7 सितंबर सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
बन रहे विशेष संयोग
जन्माष्टमी पर 30 साल बाद विशेष मुहुर्त बन रहे है। इस साल सर्वार्थ सिद्धि योग, चंद्रमा वृष राशि में और रोहिणी नक्ष बन रहा है साथ ही 30 साल बाद शनि देव अपनी स्वराशि कुंभ में संचरण करने जा रहे है।
कृष्ण जन्माष्टमी 2023 पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल की पूजा का समय 06 सितंबर रात्रि 11 बजकर 17 मिनट से मध्यरात्रि 12 बजकर 03 मिनट तक रहेगा। इस समय स्मार्त सम्प्रदाय द्वारा पूजा.पाठ किया जाएगा। वहीं वैष्णव सम्प्रदाय द्वारा बाल गोपाल की पूजा 07 सितंबर रात्रि 11 बजकर 16 मिनट से मध्यरात्रि 12 बजकर 03 मिनट के मध्य किया जाएगा।
कृष्ण जी की प्रतिमा का करें अभिषेक
ज्योतिषाचार्य जैन के अनुसार विद्वानों ने बताया है कि इस बार कृष्ण जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जी का विशेष अभिषेक करने से आपके सभी काम पूरे हो जाएंगे। इस दिन आपको विशेष रूप से कृष्ण जी का पंचामृत से अभिषेक करना है और फिर उस पंचामृत को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें और सभी को बाँट दे।अगर आप चाहते हैं कि भगवान कृष्ण जन्माष्टमी के दिन खुश हो तो आप अपने घर में मेवा और मखाने की खीर बनाएं और उसका भोग लड्डू गोपाल को लगाएं। इसी के साथ बनाई गई खीर में आप एक तुलसी का पत्ता भी डाल दे क्योंकि तुलसी का पत्ता डालने से आपकी पूजा पूरी हो जाती है।
कान्हा जी को लगाएं यह भोग
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दे कि लड्डू गोपाल को मावा मिश्री बेहद पसंद है। इसलिए आप जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को मावा मिश्री का ही भोग लगाएं। उसी के साथ आप चाहे तो धनिया की पंजीरी भी बना सकते हैं। यह सारे उपाय करने से भगवान कृष्ण की आप पर सदा ही कृपा बनी रहेगी। इस के साथ आपके घर में कभी भी आर्थिक तंगी या परेशानी नहीं आएगी।
