फरीदाबाद, हरियाणा में जीवन विज्ञान डेटा सेंटर लोकार्पित

मंत्री सिंह ने इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’ के लिए भारत का पहला राष्ट्रीय कोष राष्ट्र को समर्पित किया

हलधर किसान। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री, डॉ. जितेंद्र सिंह ने फरीदाबाद, हरियाणा में जीवन विज्ञान डेटा-‘इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’ (आईबीडीसी) के लिए भारत का पहला राष्ट्रीय भंडार कोष (रिपॉजिटरी) राष्ट्र को समर्पित किया।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत सरकार के जैव- प्रौद्योगिकी–गर्व (बायोटेक-प्राइड) दिशा-निर्देशों के अनुसार भारत में सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित अनुसंधान से उत्पन्न सभी जीवन विज्ञान डेटा को संग्रहीत करना आईबीडीसी के लिए अनिवार्य किया गया है।

इसे राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), भुवनेश्वर में डेटा ‘आपदा रिकवरी’ साइट के साथ क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी), फरीदाबाद में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) के समर्थन से स्थापित किया गया है।

इसमें लगभग 4 पेटाबाइट की डेटा भंडारण क्षमता है और इसमें ‘ब्रह्म’ उच्च प्रदर्शन कंप्यूटिंग (एचपीसी) सुविधा भी है। संगणकीय (कम्प्यूटेशनल)-गहन विश्लेषण करने में रुचि रखने वाले शोधकर्ताओं के लिए आईबीडीसी में कम्प्यूटेशनल आधारभूत ढांचा (इंफ्रास्ट्रक्चर) भी उपलब्ध कराया गया है। उपयोगकर्ता अपने अनुरोध support@ibdc.rcb.res.in पर भेज कर डेटा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं

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डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि आईबीडीसी ने दो डेटा पोर्टलों के माध्यम से न्यूक्लियोटाइड डेटा सबमिशन सेवाएं शुरू की हैं। ‘इंडियन न्यूक्लियोटाइड डेटा संग्रहालय (आर्काइव) [ आईएनडीए]’ तथा ‘इंडियन न्यूक्लियोटाइड डेटा आर्काइव-कंट्रोल्ड एक्सेस (आईएनडीए-सीए)’ पूरे भारत की 50 से अधिक शोध प्रयोगशालाओं से 2,08,055 प्रस्तुतियों (सबमिशन) से प्राप्त 200 बिलियन से अधिक आधार एकत्रित कर चुके हैं।

यह केंद्र आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं द्वारा उत्पन्न जीनोमिक निगरानी डेटा के लिए एक ऑनलाइन ‘डैशबोर्ड’ की भी व्यवस्था करता है।

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