ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कलंत्री ने लिखा पत्र
हलधर किसान नईदिल्ली (व्यापार)। सरकारी नीतियों और उर्वरक निर्माताओं के दबाव के कृषि आदान व्यापार घाटे का सौदा साबित हो रहा है। बढ़ती महंगाई में घटता मार्जिन व्यापार छोडऩे को मजबुर कर रहा है। समय रहते होलसेलर सहित रिटेलरों का मार्जिन बढ़ाया जाए, जिससे व्यापारियों को राहत मिले। यह मांग कृषि आदान विक्रेताओं के सबसे बड़े संगठन ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कलंत्री ने केंद्रिय उर्वरक रसायन मंत्री, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उर्वरक मंत्रालय सचिव रजत कुमार मिश्रा, केंद्रिय उर्वरक राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल को लिखे पत्र से की है। देशभर के कृषि आदान विक्रेताओं को व्यापार में आ रही समस्याओं से अवगत कराने के साथ ही उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की है। पत्र में श्री कलंत्री ने तीन प्रमुख बिंदूओं पर ध्यान आकृष्ट कराया है। इसमें बताया कि देशभर एसोसिएशन 4 लाख कृषि आदान व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करता है। समय- समय पर संगठन के माध्यम से शासन. प्रशासन तक समस्याओं के निराकरण की मांग की जाती रही है लेकिन निराकरण नही हो रहा है, जिससे व्यापारियों में सरकार के रवैये के प्रति निराशा का भाव उत्पन्न हो रहा है।

अध्यक्ष कलंत्री ने मंत्री, अधिकारियों और भाजपा अध्यक्ष के नाम लिखे पत्र में पहला बिंदू में मांग है कि काम्पलेक्स उर्वरकों, डीएपी एवं ओपी पर प्रति बेग मार्जिन 20 से 22 रुपए दिया जाता है, जबकि लोडिंग, अनलोडिंग खर्च 10 रुपए प्रति बेग होता है, ऐसी स्थिति में डीलर का मार्जिन बहुत कम होता है, इसे रिटेलर तक पहुंचाने में 6 प्रतिशत एवं होलसेलर के लिए महज 2 प्रतिशत किया जाए।
बिंदू क्रमांक 2-यूरिया में कुल मार्जिन 15.88 प्रति बेग तय किया है, हमारी मांग है कि यूरिया में रिटेलर के लिए 23 रुपए और होलसेलर के लिए 7 रुपए प्रति बेग मार्जिन तय किया जाए।
बिंदू क्रमांक 3- देशभर में अनेक कंपनियों द्वारा रिटेलर तक यूरिया को एफओआर फॉर के माध्यम से नहीं पहुंचाते हुए एक्स रेल पाइंट दिया जाता है, जबकि नियमानुसार यूरिया एवं कॉपलेक्स उर्वरक अंतिम डीरल तक फॉर एफओआर पहुंचाना चाहिए इसलिए विक्रेताओं को 50 किलो एक बेग पर 40 रुपए प्रति बेग ट्रांसपोर्टेशन चार्जेस अलग लगते है, इस बारें में सभी कंपनियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंग कि टेगिंग प्रभा बंद कि जाए। इंदौर जागरुक कृषि आदान विक्रेता संघ के अध्यक्ष श्रीकृष्णा दुबे ने बताया कि राष्ट्रीय संगठन द्वारा व्यापारियों के हित में किए जा रहे कार्य सराहनीय है। हमें विश्वास है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सरकार जरुर गंभीरता से विचार कर इनके निराकरण करेगी, जिससे व्यापारियों को राहत मिलेगी।
कंपनी और अफसरों के साथ हो बैठक –
तीन मुद्दों पर पत्र के माध्यम से शासन. प्रशासन सहित भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को कृषि आदान विक्रेताओं की समस्याओं से अवगत कराया है। देश के लगभग 200 से अधिक जिलों के व्यापारियों की मांग पर यह पत्र भेजे गए है, पूर्व में भी ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया जा चुका है लेकिन इन गंभीर मुद्दों पर कोई ठोस पहल नजर नही आ रही है। हमारी मांग है कि शासन. प्रशासन कंपनी, एवं मंत्रालय के अधिकारयों के साथ संगठन की बैठक आयोजित कराएं और इन मुद्दों का हल निकाला जाए। – मनमोहन कलंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष ऑल इंडिया ऑल इंडिया एग्रो इनपुट डीलर एसोसिएशन
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