हलधर किसान. इंदौर। प्रदेश में एक बार फिर रसोई की जान कहे जाने वाले प्याज, लहसन, टमाटर के साथ ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे है। हाल ही में खाने के तेल के दाम भी बढ़ गए है। सब्जी मंडी में टमाटर 100 रुपए किलो बिक रहा है। वहीं, लहसन 350 से 400 रुपए किलो, हर सब्जियां भी नई ऊंचाइयों पर हैं।
सब्जी विक्रेता शाहरुख खान, दीपक वर्मा, मोहन वर्मा, राहुल ने बताया कि बारिश और बाढ़ की वजह से भारी मात्रा में फसल खराब होने के कारण अचानक सब्जियों के दाम बढ़े हैं। सब्जियों की कीमतों में आए इस उछाल ने गृहिणियों को निराश कर दिया है।
गृहणी ज्योति गुप्ता ने बताया कि महंगाई की आंच ने टमाटर के साथ प्याज, लहसन और सब्जियों को इतना सुर्ख कर दिया है कि इनका जायका लेना जेब पर भारी पड़ रहा है।
आमतौर पर गिलकी, भट्टे, फुलगोथी सस्ती सब्जी मानी जाती है, लेकिन यह भी 40- 50 रुपये प्रति किलोग्राम से 80 रुपये तक जा पहुंचे है। सब्जी विके्रता सब्जी विक्रेता गोलू, अफजल, उस्मान, अकबर ने बताया इस समय मेथी 160, पालक 120, टमाटर की कीमत 100 रुपए किलो ह। पिछले एक हफ्ते से टमाटर की कीमतें बढ़ी है, जबकि, पखवाड़े पहले टमाटर 40 से 50 रुपए किलो बिका था। लगातार बढ़ती कीमतें उनके व्यापार पर भी भारी असर डाल रही हैं। लोगों की खरीदारी घट गई है। ग्राहक मोलभाव करते हुए कम से कम मात्रा में सब्जियां खरीद रहे हैं। गृहिणी अनिता ने कहा कि अब तो ऐसा लगने लगा है कि सब्जी खरीदना भी लक्जरी हो गया है। पहले जो 100 रुपये में सब्जियां मिल जाती थीं, अब उससे आधी मात्रा भी नहीं मिल रही है। रोजमर्रा का बजट बिगड़ गया है और हमें अपने खाने की आदतों में बदलाव करना पड़ रहा है।
एक ग्राहक संजय वर्मा, प्रिंस गुप्ता ने कहा कि सब्जी खरीदने के लिए निकलते वक्त यही सोचते हैं कि शायद आज दाम कुछ कम होंगे, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगती है। त्यौहारी सीजन में सब्जियों के साथ ही तेल, दाल, मसाले सभी दिनोंदिन महंगें हो रहे है, जिससे खाने पर भी न चाहते हुए कटौती करना पड़ रही है।