कृषि क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को साकार कर रहा मध्यप्रदेश
हलधर किसान। आजादी के अमृत महोत्सव पर किसानों की आय दोगुनी करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है, प्रधानमंत्री कहते हैं कि किसानों की फसल का न्यूततम मूल्य ( MSP ) क्यों? आज हर चीज की MRP हैं लेकिन किसानों की फसल की नहीं इसका बड़ा कारण आजादी के बाद नीति का अभाव था। यह बयान देते हुए मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के नेतृत्व में ऐसी नीति बना दी गई है, कि किसान खेती भी करेगा , उत्पादन भी करेगा , ग्रेडिग भी करेगा और फूड प्रोसेंसिंग और पैकेजिंग भी करेगा।उन्होंने बताया है कि वर्तमान में मूंग का बाजार मूल्य 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल है। सरकार 32 जिलों के किसानों से 741 खरीदी केन्द्रों पर 2 लाख 34 हजार 749 पंजीकृत किसानों से 7 हजार 275 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी करेगी।पंजीयन कराने वाले किसानों से जिलेवार प्रति हेक्टेयर निर्धारित मात्रा में मूंग और उड़द की खरीदी की जाएगी। उड़द 6 हजार 300 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर निर्धारित 10 जिलों में खरीदी जाएगी। खरीदी का कार्य आगामी 30 सितम्बर तक किया जाएगा।
भारतवर्ष की पहचान एक कृषि प्रधान देश के रूप में रही है, आजादी के 75 वर्षों में हर सरकार किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने को लेकर तमाम तरह के दावे करती आई है।
आज आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की बात भी जोर – शोर से हो रही है, आजादी के इन 75 वर्षों में किसानों की दशा और दिशा में क्या बदलाव हुए और आज केंद्र सरकार और मध्यप्रदेश सरकार का कृषि सेक्टर को लेकर क्या रोडमैप है।
आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रधानमंत्री जी ने खेती को लाभ का धंधा बनाने का जो संकल्प लिया है, उसको किसान भाई प्राकृतिक खेती के माध्यम से पूरा करेंगे ।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्राकृतिक कृषि बोर्ड बनाया गया है, प्राकृतिक खेती से पर्यावरण सुरक्षित होने के साथ जो अनाज पैदा होगा वह शुद्ध होगा, जिससे देश का नागिरक स्वस्थ्य होगा।
- आज मिट्टी का स्वास्थ्य और पर्यावरण बचाने के लिए प्राकृतिक खेती आवश्यक है –
- मध्यप्रदेश में 99 हजार हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती शुरु करने जा रहे है।
जो किसान एक एकड़ में प्राकृतिक खेती करेगा उसको एख देशी गाय पालने के लिए 900 रूपया महीना और साल में 10 हजार 800 रूपया का अनुदान दिया जाएगा ।
इसके प्रदेश के सभी 52 जिलों में 100-100 गांवों को प्राकृतिक खेती के लिए जोड़ा गया है ।
हर गांव में पांच किसान को अनुदान देंगे और आने वाले समय में इसे 10 गुना बढ़ाया जाएगा ।
प्राकृतिक खेती से किसान की आय दोगुनी करके प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करेंगे ।