संकल्प सप्ताह के रुप में मनाई जा रही ईगल सीड्स संस्थापक स्व. जैन की जयंती
हलधर किसान। ईगल जैसी तीव्र नजर के साथ ईगल सीड्स के जनक स्व. राजेन्द्र जैन ने कंपनी की नींव रखी थी, जो आज कृषि समुदाय में बुलंदियों पर है एवं किसानो को खुशहाली के बीज दे रही है। पिछले 3 दशकों से भारत के किसानो को समृद्ध बनाने के लिए प्रयासरत ईगल सीड्स अपने संस्थापक स्व. राजेन्द्र जैन को उनके 68वें जन्मदिवस पर नमन कर रहा है।
ईगल सीड्स एंड बायोटेक लिमिटेड, संस्थापक स्व. जैन का 68वां जयंती समारोह संकल्प सप्ताह के रुप में मना रही है। मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के एक छोटे से कस्बे आलोट में जन्में स्व. राजेंद्र कुमार जैन की जयंती को संस्था द्वारा 1 से 7 मई तक संकल्प सप्ताह के रूप में सामाजिक गतिविधियों के साथ मनाया जा रहा है।

इसी शुरुआत ग्राम क्षिप्रा जिला देवास में स्थित प्रसंस्करण संयंत्र के सभागार से की गई। कंपनी के कर्मचारियों, स्व. जैन से जुड़े हुए प्रबुद्धगण, कृषि क्षेत्र के प्रमुख अख़बार, पत्रिकाओं से जुड़े पत्रकार उपस्थित रहे। इस दौरान एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें स्व. जैन की धर्मपत्नीश्रीमति सुमंगला जैन, उनके सुपुत्र और कंपनी के प्रबंध निदेशक वैभव जैन, लीड वाणिज्यिक और संचालन मनीष जैन, मानव संसाधन विभाग की प्रमुख श्रीमती त्रिशला जैन के अलावा कंपनी के सभी विभागों के प्रमुख शामिल हुए।
कार्यक्रम में 10 मिनट के एक विडियो के माध्यम से श्री जैन के अनमोल पहलुओं को जिसमें ईगल सीड्स के विशालकाय निर्माण, उनके संघर्ष और चुनौतियों को दिखाया गया, जिसे देख उपस्थित लोग भावुक नजर आए। जनरल मैनेजर (मार्केटिंग एंड प्रॉडक्ट डेवलपमेंट) डॉ. अशोक कुमार गुप्ता ने बताया की 1001 वितरको के यहां पर विक्रेता एवं किसान भाइयों तक सोयाबीन के उच्च श्रेणी के बीज कंपनी ने पहुंचाए है,
इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में किसानों के बीच संगोष्ठी का आयोजन किया और 20, 000 किसानों को सफल खेती के प्रति उनकी सोच और किसानों के प्रति उनका सम्पर्ण भाव के बारे में बताया। कंपनी प्रतिनिधियों ने ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाएं।

डॉ. गुप्ता के अनुसार इस वर्ष भी बड़े पैमाने पर अनेको गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। कृषि पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े देवराज चौधरी, लक्ष्मीनारायण पटेरिया जैसे प्रख्यात पत्रकारों ने भी श्री जैन साहब के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैनेजिंग डायरेक्टर वैभव जैन में भी स्व. जैन की प्रतिकृति का भाव दिखता है। वैभव जैन ने बताया की जिस प्रकार बीज जमीन के अंदर से बाहर आने के पहले नकारात्मक प्रवाह को सहन करता है,
उसका अहसास किसी को नहीं होता, सबको केवल एक सुन्दर पौध ही दिखाई देती है। ऐसे ही नकारात्मक प्रवाह वाली बहुत सी बाते जो चुनौतियों के रूप में एक संस्थान को खड़ा करने की प्रारभिक अवस्था में होती है। श्री वैभव जैन ने अपनी पिताजी द्वारा स्थापित व्यापार और कंपनी और ऊंचाई पर ले जाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
स्व. राजेंद्र जैन का बीजारोपण, जैसा बोओगे, वैसा काटोगे को चरितार्थ कर रहा हैऔर आज ईगल सीड्स एंड बायोटेक लिमिटेड, हिंदुस्तान की सबसे बड़ी सोयाबीन बीज़ प्रदाता कंपनी है।