नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट-2023-24 पेश किया। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जारी हो रहे बजट को लेकर किसानों को काफी उम्मीदें थीं। वित्त मंत्री ने कृषि बजट को लेकर कहा कि कृषि ऋण लक्ष्य वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया गया है। इसमें पशु पालन, दुग्ध उद्योग और मछली पालन पर ध्यान दिया जाएगा। आइए बताते हैं कि इस बजट में किसानों के लिए क्या-क्या है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र को गति देने के लिये अलग से कोष बनाया जाएगा। इसके साथ ही कृषि क्षेत्र में नई तकनीकी पर जोर दिया जाएगा। कपास के लिये सार्वजनिक-निजी भागीदारी कार्यक्रम के तहत योजना बनाई जाएगी। सरकार ने पीएम किसान योजना के अंतर्गत 2.2 लाख करोड़ रुपये की नकदी का हस्तांतरण किया है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाजों को ‘श्री अन्न’ का नाम दिया जाएगा, भारत को वैश्विक केंद्र बनाने के लिए हैदराबाद स्थित उत्कृष्टता केंद्र काम करेगा। केंद्र राज्य सरकारों को एक और साल तक 50 साल के लिए ब्याज रहित ऋण देना जारी रखेगा।
कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘कृषि से जुड़े स्टार्ट अप को प्राथमिकता दी जाएगी। युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि त्वरक कोष की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देने के लिए पीएम प्रणाम योजना की शुरूआत की जाएगी। गोबरधन स्कीम के तहत 500 नए संयंत्रों की स्थापना की जाएगी।’