क्यों कपास मंडियों में सीसीआई के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन कपास खरीदी सीजन में दूसरी बार सीसीआई के नियमों में बदलाव से हुआ हंगामा आनंद नगर कपास मंडी में किसानों ने 4 घंटे दिया धरना, निलामी रही बाधित
आनंद नगर कपास मंडी में किसानों ने 4 घंटे दिया धरना, निलामी रही बाधित
हलधर किसान। मप्र के खरगोन जिले की आनंद नगर स्थित कपास मंडी में भारतीय कपास निगम के खरीदी नियमों में बार- बार हो रहे बदलाव हंगामें के कारण बनते जा रहे है। इस सप्ताह सीसीआई ने कपास खरीदी के भावों में 200 रुपए कि गिरावट कर दी, जिससे किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा।
गुरुवार को भारी मात्रा में कपास लेकर पहुंचे किसान सीसीआई के कम दाम करने पर बिफर पड़े जिसके चलते निलामी शुरु नही हो सकी। किसानों का हंगामा बढ़ता देख एसडीएम भास्कर गाचले,
तहसीलदार संदीप श्रीवास्तव, मंडी सचिव लक्ष्मण सिंह, सीसीआई खरीदी अधिकारी शिवदत्त बघेल को स्थिति संभालनी पड़ी, किसानो को समझाईश का प्रयास किया लेकिन किसान पूर्व की भांति 6920 रुपए प्रति क्विंटल की दर से कपास खरीदी की मांग पर अड़े रहे।
करीब 4 घंटे तक किसानों ने मंडी परिसर में ही धरना प्रदर्शन किया, इसके बाद 26 जनवरी सहित शनिवार- रविवार के अवकाश होने से जो किसान मंडी पहुंच चुके थे, उनकी समस्या को देखते हुए कपास बेचने पर सहमति बनी। लेकिन किसानों ने चेतावनी दी है कि सोमवार से उन्हें पूर्व की भांति 6920 रुपए दाम देना होंगे।
उल्लेखनीय है कि सीसीआई ने सभी मंडियों में हो रही कपास खरीदी में 200 रुपए कि गिरावट करते हुए 6720 रुपए समर्थन मूल्य तय कर दिया है। इसके पहले सीसीआई ने खसरा बी-1 नकल में कपास फसल की अनिवार्यता का नियम लागू किया था जिसके चलते भी भारी हंगामा हुआ था।
कम भावों पर नाराज किसानों के साथ भारतीय किसान संघ पदाधिकारियों ने भी विरोध दर्ज कराया। बेहरामपुर के किसान अशोक यादव, चंदनपुरी के जगदीश यादव, बिटनेरा के दीपक भाटिया, किसान संघ के सदाशिव पाटीदार आदि ने बताया कि बीते दो सीजन के मुकाबले जारी सीजन में कपास की कीमतों में भारी गिरावट आ चुकी है।

कपास के दामों में गिरावट से किसान परेशान है। मंडी में जहां व्यापारी 6400-6500 में खरीदी कर रही है तो सीसीआई अब तक 6920 रुपए में खरीदी कर रही थी, जिससे किसानों को कुछ हद तक राहत थी, लेकिन अब सीसीआई के दाम कम करने से व्यापारी भी दाम गिरा रहे है,
जिससे किसानों के लिए कपास की खेती घाटे के सौदे के समान साबित हो रही है। महंगा बीज, महंगी दवाईयों का छिडकांव, महंगी निंदाई- गुडाई के बाद किराये के वाहन से उपज मंडी लाने के बाद लागत भी नही मिल रही है।
4 घंटे में दो बार किसानों और अफसरों के बीच हुई बैठक
करीब11 बजे से भावों को लेकर शुरु हुआ हंगामा दोपहर 3 बजे तक जारी रहा। इस बीच अफसरों और किसानों के बीच दो बार बैठकें हुई लेकिन अफसर कोई हल नही निकाल सके नही किसानों को संतुष्ट कर सके।
किसानों ने 3 दिन का समय देते हुए कहा है कि यदि सोमवार से पूर्व की दर पर सीसीआई खरीदी नही करती है तो सोमवार से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
-वर्तमान में कपास क्वालिटी में गिरावट होने से सीसीआई की खरीदी में 200 रुपये की गिरावट की गई हैए इसको लेकर किसानों और किसान संगठनों ने आपत्ति दर्ज कराई थी!
जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में समझाइश का प्रयास किया गया। किसानों को कहा है कि अच्छी क्वालिटी के कपास का दाम अधिक मिले इसके प्रयास करेंगे। लक्ष्मण सिंह ठाकुर, मंडी सचिव खरगोन।