हलधर किसान गोगावां। बीएसएस माइक्रोफायनेंस के सामाजिक उत्तरदायित्व और बाएफ लाइवलीहुड्स मध्यप्रदेश द्वारा संचालित पशुधन विकास कार्यक्रम के तहत आज ग्राम अन्दड, विकासखंड भीकनगांव में 69 चयनित महिला और पुरुष पशुपालकों के लिए एक दिवसीय उन्नत पशुपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों को आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धतियों से जोड़ते हुए उनके व्यवसाय को अधिक लाभकारी और टिकाऊ बनाना था।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदुः
1. नस्ल सुधार एवं प्रजनन प्रबंधन: पशुओं की नस्ल सुधार के लिए कृत्रिम गर्भाधान और सार्टेड सीमेन तकनीकों का उपयोग।
2. पोषण एवं आहार प्रबंधन: संतुलित आहार और हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उपाय।
3. टीकाकरण एवं रोग नियंत्रण: पशुओं के स्वास्थ्य प्रबंधन हेतु आवश्यक टीकाकरण।
4. दुग्ध उत्पादन में वृद्धि: नवीन तकनीकों का उपयोग कर उत्पादन क्षमता बढ़ाने के सुझाव।
5. गौमूत्र एवं गोबर प्रबंधन: जैविक खाद और अन्य उत्पादों के रूप में उपयोग के तरीके।
6. शासन की योजनाओं की जानकारी: पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी और उनके लाभ लेने के लिए प्रक्रिया।
विशेषज्ञों की भूमिका:
स्थानीय पशुपालकों के लिए नई उम्मीदें: इस प्रशिक्षण के माध्यम से महिला और पुरुष पशुपालकों को न केवल तकनीकी ज्ञान मिला, बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरणा भी मिली। इससे पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी और वे उन्नत पशुपालन पद्धतियों को अपनाकर अपने व्यवसाय को एक नई दिशा दे सकेंगे।
किसानों के अनुभव:
ग्राम अन्दड के पशुपालक भागीरथ पवांर ने कहा ‘‘इस पशुधन विकास कार्यक्रम की निःशुल्क घर पहुंच सेवाओं ने हमारे पशुपालन को नई दिशा दी है। अब हमारे पशु समय पर गर्भित हो रहे हैं और उच्च गुणवत्ता युक्त खनिज मिश्रण के नियमित उपयोग से दूध उत्पादन में वृद्धि हो रही है। महिला पशुपालक श्रीमती रुकमणिबाई नायक ने कहा, ‘‘बाएफ की घर पहुंच सेवाओं से हमें बहुत राहत मिली है। इससे समय और पैसा दोनों की बचत हो रही है।
कार्यक्रम का आयोजन एवं समन्वय:
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बाएफ लाइवलीहुड्स के मालवा-निमाड़ रीजन के इंचार्ज जे.एल. पाटीदार के मार्गदर्शन, पशुपालन विभाग के अधिकारी डॉ. राकेश मोरे, बाएफ के अधिकारी डी.एन. बैरागी, और केंद्र प्रभारी पवन बर्वे की उपस्थिति में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ|