खरगोन। जिले में खाद का संकट किसानों को रतजगा करा रहा है। महज 3 बोरी खाद पाने के लिए किसान रात 3 बजे से शासकिय खाद बिक्री केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। जैसे.तैसे टोकन मिल जाए तो भी किसानों को खाद पाने के लिए इंतजार करना मजबुरी बन गया है। ऐसे ही हालात में शहर के उमरखली रोड़ स्थित राज्य सहकारी विपणन संस्था पर देखने को मिले। यहां सोमवार को करीब एक हजार किसान खाद के लिए आधी रात से ही कतार में लग गए। सुबह किसानों की भारी तादात एवं स्टॉक को देखते हुए आनन. फानन में एमपी एग्रो के गोडाउन पर अतिरिक्त केंद्र की व्यवस्था की गई। किसानों ने टोकन वितरण में भी नाराजगी जताई। केंद्र पर रात 3 बजे से कतार में लगे किसानों को सुबह करीब 11 बजे खाद मिल सका।
उमरखली रोड़ स्थित केंद्र पर कतार में लगे सूरज डावर निवासी दामखेडा, महेंद्र वास्कले मांडवखेड़ा ने बताया कि सोसायटियों में समय पर खाद नहीं मिलता। मुख्यालय पर भी कतार लगने से रात में ही घर से निकल जाते है। बीती रात करीब 2 बजे घर से निकले, रास्ते में गश्त कर रही पुलिस ने रोका, उनसे कई सवाल किए। संतुष्टी होने पर आने दिया।
खुले बाजार में लेते है अधिक दाम
राधेश्याम कुकडोल, सखाराम चौहान मोगरगांव, कैलाश बागखेड़ा ने बताया कि उन्हें 10 बोरी खाद की आवश्यकता है जबकि केंद्र पर महज 3 बोरी खाद मिलती है, इसके लिए दो से तीन बार मुख्यालय आकर कतार में लगना पड़ता है। शासकिय केंद्र पर जहां 275 रुपए में एक बोरी खाद मिलती है वही खुले बाजार में 100 से 75 रुपए अधिक याने 350 से 400 रुपए तक वसूले जाते है। मजबुरन यहां घंटों कतार में लगकर खाद की व्यवस्था कर रहे है।
एमपी एग्रो ने दो माह में बेची 433.670 टन खाद
एमपी एग्रो के खाद प्रभारी नितेश डोंगरे एवं लेखापाल भूपेंद्र सागोरे ने बताया कि 1 अक्टूबर से 10 दिसंबर तक केंद्र से 433.670 टन खाद की बिक्री की जा चुकी है। अब तक मंडी में केेंद्र संचालित हो रहा था, सोमवार को उमरखली केंद्र पर किसानो की संख्या बढऩे पर यहां अतिरिक्त काउंटर शुरु किया गया है। सोमवार को एमपी एग्रो केंद्र से स्टॉक की 550 बोरी खाद के अलावा दोपहर में 650 बोरी का एक ट्रक और पहुंचा। इस केंद्र से दो माह में 75 टन डीएपी, 25 टन एनपीके, 40 टन सुपर और 293.670 टन यूरिया की बिक्री की गई।
खाद के लिए रतजगा कर रहे किसान, रात 3 बजे से टोकन के लिए लगा कतार
