हलधर किसान। बिहार के बक्सर जिले में मुआवजे की मांग कर रहे किसानों का प्रदर्शन उग्र हो गया है। बता दें कि गुरुवार (12 जनवरी) को केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के काफिले पर पथराव किया गया। बता दें कि अश्विनी चौबे मुआवजे की मांग करने वाले किसानों से मुलाकात करने गये। लेकिन उनके मौके पर पहुंचने पर प्रदर्शनकारी किसान उग्र हो गए और काफिले के आसपास मुर्दाबाद की नारेबाजी की। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसको विरोध कर लोगों ने काफिला का कुछ देर तक पीछा भी किया।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री चौबे बुधवार को बक्सर-चौसा के बनारपुर पहुंचे थे। यहां चौबे थर्मल पावर प्लांट पर आगजनी के बाद किसानों से बातचीत करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कुछ किसानों से बात भी की लेकिन तभी वहां भीड़ उग्र हो गई और चौबे के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। मालूम हो कि चौबे बक्सर से लोकसभा सांसद और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी हैं।दरअसल बिहार के बक्सर जिले में चौसा गांव में सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) के थर्मल पावर प्लांट के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया है। हालांकि किसान इस अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजे की मांग रहे हैं। इसको लेकर उनका प्रदर्शन चल रहा है। इस बीच मंगलवार (10 जनवरी) की देर रात पुलिस ने घर में घुसकर प्रदर्शन कर रहे किसानों लाठीचार्ज भी किया था।
गरमाई राजनीति
इस लाठीचार्ज को लेकर जब नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने 12 जनवरी को हमला बोलते हुए कहा, “सीएम और उप मुख्यमंत्री कहते हैं कि हमें इसकी जानकारी नहीं है, तो फिर सरकार कौन चला रहा है? आपकी जांच प्रक्रिया कहां है? बक्सर में आग लग गई, मां-बहनों पर लाठियां बरसाई गई पूरी दुनिया ने देखा और वे कहते हैं कि उन्हें नहीं पता।”बनारपुर पहुंचे अश्विनी चौबे ने बिहार सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा, “वीडियो (बक्सर लाठीचार्ज की घटना) को वायरल हुए 24 घंटे से अधिक हो गए हैं, फिर भी चाचा धृतराष्ट्र कुमार और भतीजे का कहना है कि उन्हें इस घटना के बारे में पता नहीं है। वे झूठे हैं। किसानों पर झूठे मुकदमे क्यों ठोके गए? अगर किसानों पर लाठियां बरसाई गईं तो हम चुप नहीं बैठेंगे।”