हलधर किसान, राजस्थान । राजस्थान में सरकार कृषि को लेकर नए नवाचार करने का प्रयास कर रही है और किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक से जोड़ने के लिए भी काम कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने 100 युवा किसानों को इजराइल भेजने का बड़ा फैसला किया है। इसके लिए सरकार ने नॉलेज एन्हांसमेंट प्रोग्राम शुरू किया है।
ऐसा होने से किसानों को खेती का अनुभव, ज्ञान और रोजगार में लाभ होगा। आवंटित कुल लक्ष्य में से 75 प्रतिशत कृषकों का चयन खंड स्तर पर तथा शेष 25 का चयन राज्य सरकार के स्तर पर किया जाएगा। इसको लेकर उद्यान आयुक्तालय के आयुक्त जयसिंह ने प्रदेश के सभी संयुक्त निदेशक उद्यान के अधिकारियों को निर्देश जारी कर किसानों से ऑनलाइन आवेदन कराने के लिए कहा है।
डीडवाना कुचामन जिले के कृषि विभाग के उप-निदेशक (उद्यान) कल्प वर्मा ने बताया की नॉलेज एन्हांसमेंट प्रोग्राम के तहत, 100 युवा और प्रगतिशील किसानों को इजराइल और अन्य देशों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इस योजना का मकसद किसानों को नई और उन्नत कृषि तकनीकों से परिचित कराना है, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।
सरकार अपने खर्च पर भेजेगी विदेश
इसके अलावा, उच्च पशुपालन तकनीकों का उपयोग करने वाले पशुपालकों को प्राथमिकता दी जाएगी। कृषक और पशुपालक का चयन विभागीय कमेटी स्कोर क्राइटेरिया के आधार पर किया जाएगा, इसमें उनकी शिक्षा, अनुभव और तकनीकी दक्षता को ध्यान में रखा जाएगा। चयनित किसानों को विदेश भेजने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सरकार द्वारा की जाएंगी। विदेश से लौटने के बाद, किसानों को अपने अनुभवों को अन्य किसानों के साथ साझा करना जरूरी होगा।
किसान खेत में नई तकनीक का कर सकेंगे प्रयोग
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक कल्प वर्मा ने बताया कि विदेश में जाकर आने वाले किसान भी उन्नत कृषि तकनीकों के लाभ से अवगत हो सकेंगे। उन्हें अपनी खेती में लागू कर सकेंगे। इस योजना के जरिए किसानों को दुनिया की नई-नई कृषि तकनीक के साथ-साथ कृषि उपकरण और संसाधनों के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी. विदेश यात्रा से मिले अनुभव के आधार पर वो अपने खेत में भी नई तकनीक से खेती कर अपनी उपज बढ़ा सकेंगे।
इस बारे में किसानों का कहना है कि राजस्थान की कृषि केवल मानसून पर आधारित है। विदेश में प्रशिक्षण मिलने के बाद उन्हें नई-नई तकनीक और कृषि नवाचारों के बारे में जानकारी मिलेगी, जिसका लाभ वे राजस्थान में कृषि के नवाचार और फसलों के उत्पादन में कर सकेंगे।
10 सितंबर तक ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
उन्होंने बताया कि किसान 10 सितंबर तक राजकिसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को कृषि संबंधित सभी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ मिलता है। आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए पोर्टल पर विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। योजना की जानकारी मिलने पर किसान कृषि विभाग कार्यालय पहुंच रहे हैं। जानकारी लेकर ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं।

किसान के पास एक हेक्टेयर खेत होना जरूरी
योजना में विदेश जाने वाले किसानों का चयन विशेष मापदंडों के आधार पर किया जाएगा। चयन के लिए किसान के पास कम से कम एक हेक्टेयर खेत होना चाहिए। उसे कम से कम 10 सालों का खेती का अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा, उसे नई कृषि तकनीकों का उपयोग करने वाला होना चाहिए, जैसे संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग आदि।
20 पशुपालकों को भी भेजा जाएगा विदेश
चयन प्रक्रिया में महिला किसानों, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को भी विशेष प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. उप-निदेशक कल्प वर्मा ने बताया कि सरकार ने 20 दुग्ध उत्पादकों और पशुपालकों को भी इस योजना के तहत विदेश भेजने का फैसला लिया है। इसके लिए चयन मापदंडों में पशुपालक के पास कम से कम 20 गाय या भैंस का स्वामित्व और 10 वर्षों का पशुपालन का अनुभव होना चाहिए।
ये रहेंगे चयन के मापदंड
विदेश प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वाले कृषकों के पास कम से कम एक हैक्टेयर कृषि भूमि होनी चाहिए। इसके साथ गत 10 वर्ष से लगातार कृषि भूमि पर खेती कर रहा हो, उच्च कृषि तकनीक अपनाई हो, कृषक का चयन कृषि विभाग की ओर से जिला या राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए हुआ हो, एफपीओ का सदस्य हो, उम्र 50 से अधिक नहीं हो, कृषक के खिलाफ कोई पूर्व या वर्तमान में संज्ञेय अपराध के प्रकरण लम्बित न हो तथा कम से कम माध्यमिक स्तर की शैक्षणिक योग्यता धारक हो। इसके साथ कृषक के पास वैध पासपोर्ट होना चाहिए। इसी प्रकार 20 दुग्ध उत्पादक या पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का भी चयन किया जाएगा।
क्राइटेरिया के हिसाब से मिलेंगे अंक –
युवा प्रगतिशील किसान का चयन करने के लिए 100 अंक स्कोर क्राइटेरिया तय किया गया है। अंक किसान की जमीन, हाई-टेक, पुरस्कार, आयु, शैक्षणिक योग्यता, पासपोर्ट, कृषि व्यवसाय आदि के आधार पर दिए जाएंगे।
यह है भौतिक लक्ष्य –
डिविजन – लक्ष्य
- भरतपुर – 11
- भीलवाड़ा – 9
- बीकानेर – 8
- गंगानगर – 8
- जयपुर – 16
- जालोर – 8
- जोधपुर – 10
- कोटा – 10
- सीकर – 10
- उदयपुर – 10
- कुल – 100
दस्तावेजों के साथ करना होगा आवेदन–
प्रदेश के 100 युवा प्रगतिशील किसानों को क्षमता वृद्धि के लिए नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के अंतर्गत विदेश प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए किसानों को 10 सितम्बर तक जनआधार के माध्यम से उद्यान विभाग के अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। किसानों को सभी आवश्यक दस्तावेज एवं वैध पासपोर्ट अपलोड करना अनिवार्य होगा।
– डॉ. मोहन दादरवाल, उप निदेशक, उद्यान, नागौर
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