होली पर रहेगा चंद्रग्रहण का साया, भारत में नही होगा सूतक 

Holi will be under the shadow of lunar eclipse there will be no Sutak in India

13 को होगा दहन, 14 को खेली जाएगी रंगों की होली 

हलधर किसान अजमेर। रंगों का त्यौहार होली इस 14 मार्च को है। लेकिन इस त्यौहार पर चंद्रग्रहण का साया मंडरा रहा है, जिसके कारण लोग थोड़ा चिंतित है कि आखिर रंगों के इस पर्व को कैसे मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य डॉ. सुदीप जैन (सोनी) अजमेर ने बताया  पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 13 मार्च 2025 को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर होगा। पूर्णिमा तिथि समाप्त 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर होगा।

होलिका दहन होली से एक दिन पहले यानी 13 मार्च 2025 को किया जाएगा। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च को रात 11 बजकर 26 मिनट से 14 मार्च की मध्यरात्रि 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा। रंग वाली होली 14 मार्च को खेली जाएगी। 

भारतीय समयानुसार सुबह 9 बजकर 27 मिनट से उप छाया ग्रहण शुरू होगा। सुबह 10 बजकर 39 मिनट तक आंशिक हो जाएगा और सुबह 11 बजकर 56 मिनट तक पूर्ण चंद्रग्रहण के रूप में समाप्त हो जाएगा।  

भारतीयों के लिए खुशी की बात ये है कि साल का पहला चंद्रग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा, जिसके कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा और आप रंगों का पर्व आसानी से मना सकेंगे।  साल 2025 का पहला चंद्रग्रहण दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, प्रशांत महासागर, एशिया के कुछ हिस्से, दक्षिणी उत्तरी धु्रव, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक महासागर और यूरोप में आएगा नजर।  

इसके बाद साल 2025 का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण  7 सितंबर दिन रविवार को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पू्र्णिमा तिथि को लगेगा। यह  ग्रहण 9 बजकर  9 बजकर 57 मिनट से शुरू होगा और रात 12 बजकर 23 मिनट पर समाप्त। यह एक पूर्ण चंद्रग्रहण होगा और जो भारत में देखा जा सकेगा।

 29 मार्च को होगा पहला सूर्यग्रहण

भारतीय समयानुसार पहला सूर्य ग्रह 29 मार्च को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगाा।  यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो यूरोप, एशिया, अफ्रीक, उत्तरी अमेरिका, साउथ अमेरिका, अटलांटिका महासागर और अर्कटिका महासागर में नजर आएगाण्

साल 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा। यह ग्रहण रात 11 बजे शुरू होगा और देर रात 3 बजकर 24 मिनट पर समाप्त। यह ग्रहण भी भारत में नजर नहीं आएगा।  यह ग्रहण न्यूजीलैंड, पूर्वी मेलानेशिया, दक्षिणी पोलिनेशिया व पश्चिमी अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा। 

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ज्योतिषाचार्य डॉ. सुदीप जैन (सोनी) अजमेर

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