हलधर किसान। बिहार के मखाना के उत्पादन में वृद्धि और उसके बाजार के लिए नए आयाम तलाशने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार पटना में राष्ट्रीय मखाना उत्सव आयोजित करने जा रही है।
पटना में एक और दो दिसंबर को उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग की ओर से आयोजित महोत्सव में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ ही देशभर के निर्यातकों और ट्रेडर्स को आमंत्रित किया गया है।
कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया बिहार के मखाना को विश्व के बाजार तक पहुंच बनाने के लिए प्रदेश की सरकार मखाना महोत्सव कराने जा रही है।
एक से दो दिसंबर तक उद्यान निदेशालय की ओर से मखाना महोत्सव का आयोजन बिहार की राजधानी पटना में किया जा रहा है।

इस महोत्सव में दरभंगा एयरपोर्ट की तरह राज्य के अन्य एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पर बिहार का मखाना.मिथिला मखाना की बिक्री के लिए रणनीति पर विमर्श किया जाएगा।
मखाना महोत्सव के माध्यम से राष्ट्रीय फलक पर मखाना के उत्पादन में वृद्धि और बाजार के नए आयाम की तलाश की जाएगी। मखाना के डिजिटल मार्केटिंग के साथ नए बाजार को लेकर चर्चा की जाएगी।
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किसानों का कहना है कि इस तरह के महोत्सव होने की वजह से पिछले साल की तुलना में इस बार दाम तीन से चार गुना तक अधिक मिला है। इसके साथ ही व्यापारी किसानों के दरवाजे पर फसल खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं। पिछले वर्ष की तरह इस साल भी राज्य सरकार पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजन कर रही है।
एक जिला एक उत्पाद के रुप में दिया जा रहा प्रोत्साहन
मखाने की खेती एक जिला एक उत्पाद के तहत 6 जिलों में की जा रही है। जिसमें दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, कटिहार और अररिया शामिल हैं। मखाने के आर्थिक महत्व को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के द्वारा मखाना विकास योजना का संचालन 2019-20 से किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत मखाना की उन्नत किस्मों के बीज उत्पादन और प्रत्यक्षण और क्षेत्र विस्तार को बढ़ावा देने के लिए सहायता अनुदान का प्रावधान किया गया है।
