हलधर किसान. नरसिंहपुर। जबलपुर लोकायुक्त टीम ने गोटेगांव वन विभाग कार्यालय में रेंजर और डिप्टी रेंजर को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है। दोनों पर टिम्बर मर्चेंट के खिलाफ प्रकरण को धारा कम करने के लिए घूस मांगने का आरोप है।
लोकायुक्त पुलिस से मिली जानकारी अनुसार टिम्बर मर्चेंट (लकड़ी व्यापारी) योगेंद्र सिंह पटेल ने वन विभाग से लकड़ी कटवाने की लिखित अनुमति ली थी। 18 मई की शाम करीब 7 बजे ग्राम सगड़ा गोटेगांव में किसान के खेत से सतकटा की लकड़ी कटवा कर हाइड्रा वाहन से ट्रक में भरवाया जा रहा था। ट्रक में लकड़ी लोड होने के बाद टीपी लिया जाना था।
इसी दौरान रेंजर दिनेश मालवीय एवं डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान ने अमले के साथ मौके पर पहुंच गए और हाइड्रा वाहन एवं लकड़ी भरे ट्रक को जब्त कर लिया। इसके बाद वाहनों को श्याम नगर फॉरेस्ट चौकी गोटेगांव में रखा है।
आवेदक ने रेंजर दिनेश मालवीय एवं डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान से वाहनों और लकड़ी को छोडऩे का निवेदन किया तो उन दोनों के द्वारा प्रकरण हल्का बनाने एवं कम जुर्माना लगाने के एवज में 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई। जिसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय जबलपुर में की गई।
शिकायत का सत्यापन कराने के बाद योजनाबद्ध तरीके से आवेदक टिम्बर मर्चेंट को वन परिक्षेत्र कार्यालय गोटेगांव में 50 हजार की रिश्वत राशि देकर भेजा गया, जैसे ही जैसे ही दोनों ने रिश्वत की राशि ली वैसे ही जबलपुर लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर मौके पर दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम में उप पुलिस अधीक्षक दिलीप झरवड़े, इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा, इंस्पेक्टर भूपेन्द्र कुमार दीवान एवं 8 अन्य सदस्य शामिल थे। आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।