हलधर किसान इंदौर। प्रदेश में चल रहे राजस्व महाअभियान में जहां सरकार आमजन को शासकीय दस्तावेज आसानी से बनवाने के लिये राहत दे रही है वही दूसरी ओर सरकार के ही नुमाइंदे इन कामो के लिये रिश्वत का मोह नही छोड़ पा रहे है। ऐसा ही मामला देवास जिले में सामने आया है जहां सोनकच्छ तहसीलदार भूमि नामांतरण के नाम पर रिश्वत लेते पकड़े गए है।
सोनकच्छ के तहसीलदार मनीष जैन को 7 हजार रुपए रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. बताया गया कि सोनकच्छ तहसील के सांवेर गांव निवासी किसान रविंद्र दांगीया ने उज्जैन लोकायुक्त टीम को एक लिखित आवेदन देकर शिकायत की थी कि उसकी भूमि नामांतरण के लिए लोकसेवा कार्यालय में 1 माह पहले आवेदन दिया था, जिसके बाद उससे नामांतरण करने के लिए 7 हजार रु की रिश्वत की मांग की गई.
किसान की शिकायत के आधार पर उज्जैन लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने ट्रैप दल का गठन किया. लोकायुक्त की टीम ने शिकायत कर्ता के साथ तहसील पहुंची। यहां परिसर में पहले एक व्यक्ति ने आवेदक से राशि प्राप्त की और तहसीलदार को ले जाकर उनके चेंबर में दी. इसी समय आसपास तैनात लोकायुक्त की टीम ने दोनों को 7 हजार रुपए के साथ पकड़ लिया. लोकायुक्त पुलिस के अनुसार बताया गया कि इंदौर-भोपाल रोड कुमारिया राव गांव के पास किसान की भूमि है, जिसके नामांतरण के लिए आवेदन दिया गया था.
जिस पर तहसीलदार ने एक प्राथमिक शिक्षक जयसिंह परमार से बात कर काम करवाने के लिए कहा. डीएसपी सुनील तालान ने बताया, ” आवेदक को जयसिंह से ही पैसा लेनदेन करने के लिए बोला गया था. कहा गया कि वह तहसीलदार और बाकियों को पैसा दे देगा और काम हो जाएगा. जांच में हमने शिकायत को सही पाया और कार्रवाई की.
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