प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम: किसानों ने जाना बेहतर उत्पादन और फसल में बीमारी रोकथाम के तरीके 

प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम

हलधर किसान इंदौर (श्रीकृष्ण दुबे)। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग  द्वारा मंगलवार को राज्य पोषित योजना के तहत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण सह भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया। शासकीय रोपणी फलबाग में आयोजित कार्यक्रम के दौरान  इंदौर जिले के 120 कृषक शामिल हुए। इसमें कृषि विज्ञान केन्द्र कस्तूरबा ग्राम से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डीके मिश्रा ने आगामी माह में ठंड के बढऩे के साथ ही लहसुन और प्याज की खेती भी शुरू हो जाएगी। ऐसे में किसान किस तरह से बुवाई से लेकर फसल लगाएं इस पर विशेष जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लहसुन और प्याज की खेती का दिसंबर उत्तम समय होता है। उन्होंने प्याज, लहसुन की बुआई से लेकर हार्वेस्टिंग के जरिये किसानों को कैसे अच्छी उपज हो, इसके  साथ ही लहसुन प्याज में लगने वाली बीमारी से निदान के तरीके भी बताए। 

एनएसआरडीएफ के वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञ एके मिश्रा ने अनुसंधान से निकली प्याज लहसुन की किस्मों को विस्तार पूर्वक बताया व ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई से फसलों की उत्पादकता बढी, जिसको किस समय उपयोग करना इसकी जानकारी दी। रोगो के रोकथाम भंडारण के बारे में भी उपयोगी जानकारी दी। फसलोपरांत प्रबन्धन के लिए रहेजा सोलर ड्रायर से श्रीमति निधि पाठक ने कृषकों के उत्पाद को सुखाने की विधि बताई, जिसको बाजार में सही भाव में विक्रय करने एवं कृषकों से वापस खरीदने के बारें में बताया।

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इंदौर जिले के प्रगतिशील जैविक कृषक संतोष सोमतिया, रवि ठाकुर, लाखन गहलोत द्वारा कृषको को जैविक खेती करने के लिए प्रेरित कर जैविक खेती की विधियां बताई। उप संचालक उद्यानिकी डीएस चौहान ने बताया कार्यक्रम उद्यानिकी फसलों की आधुनिक खेती, रबी फसल जैसे.आलू प्याज-लहसुन आदि एवं विभागीय योजना की जानकारी देने के उद्देश्य से रखा गया था। संचालन इंदौर प्रभारी मनोज यादव ने किया। कार्यक्रम में इंदौर महू, सावेर, देपालपुर के समस्त अधिकारी उपस्थित रहें।

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