वन्य जीवों की तस्करी के रैकेट का पर्दाफाश, बाघ की खाल के साथ 6 तस्कर गिरफ्तार

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हलधर किसान, नागपुर। कस्टम्स विभाग नागपुर ने पुणे कस्टम्स के साथ मिलकर जलगांव में बाघ की खाल के साथ 6 तस्करों को गिरफ्तार किया। बाघ के खाल की तस्करी की सूचना पुणे कस्टम्स को मिली थी। कस्टम्स विभाग ने वन्य जीवों की तस्करी करनेवाले छह आरोपियों को वन विभाग के हवाले कर दिया है।  कस्टम्स विभाग पुणे को वन्य जीवों की तस्करी की गोपनीय जानकारी मिली थी।

एयरपोर्ट पर पकड़ने का डर सताने पर तस्करों ने सड़क मार्ग से जलगांव के रास्ते जाने की सूचना कस्टम्स पुणे को मिली थी। चूंकि जलगांव कस्टम्स विभाग नागपुर की हद में आने से कस्टम्स पुणे के अधिकारी 25 जुलाई को नागपुर पहुंचे आैर तस्करों की जानकारी साझा की। नागपुर व पुणे के कस्टम्स अधिकारियों ने संयुक्त आपरेशन चलाते हुए जलगांव में वन्य जीवों की तस्करी में शामिल रैकेट के छह तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे बाघ की खाल बरामद की। इसमें आैर भी आरोपी होने का संदेह है।

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जंगल में बाघ को मारने के बाद खाल निकाली गई और उसके बाद इसका सौदा किसी से होने की गोपनीय सूचना है। बाघ के खाल की डिलेवरी किसे करनी थी आैर तस्करी में कौन-कौन शामिल है, इसका खुलासा होना अभी बाकी है। सामान्यत: कस्टम्स विभाग सड़क पर कार्रवाई नहीं करता, लेकिन खबर पक्की थी और कार्रवाई के पहले अन्य विभाग से साझा करने पर सूचना लीक होने का खतरा था। इसलिए कस्टम्स विभाग ने सड़क मार्ग से आते हुए तस्करों को पकड़ा।

कार्रवाई में कस्टम्स के सहायक आयुक्त अंजुम ए. तड़वी, अधीक्षक प्रभाकर शर्मा, श्याम कोठावड़े, प्रसेनजीत सरकार, निरीक्षक अनिकेत धोंडगे और कस्टम्स पुणे के अधिकारी शामिल थे। तस्करी में शामिल छह लोगों पर वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया। मामले की जांच वन विभाग डीसीएफ जलगांव कर रहा है।

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