एक साल पहले गांव-गांव जाकर कपास खरीदने के बाद व्यापारी फरार, एसपी ऑफिस पहुंचे किसान 

एक साल पहले गांव- गांव जाकर कपास खरीदने के बाद व्यापारी फरार.

हलधर किसान खरगोन। जिले के सनावद तहसील के किसानों के साथ उपज खरीदने के बाद व्यापारी के फरार होने के मामले थमते नजर नही आ रहे है। हाल ही में अपै्रल- मई माह में करीब 200 से ज्यादा किसानों का लगभग 4.70 करोड़ रुपये का चना व्यापारी ने खरीदा और फरार हो गया था। जिसके चलते करीब 2 माह तक किसानों ने लगातार आंदोलन किया, सीएम तक को हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसके बाद किसानों को राशि मिली। 

अब ताजा मामला फिर सनावद तहसील का ही है, जहां  60 किसानों के साथ 2 करोड़ 61 लाख लाख रुपये की धोखाधड़ी हो गई। गांव के एक व्यापारी ने किसानों से कपास की फसल खरीद ली लेकिन उसका भुगतान नहीं किया। करीब एक साल से अपनी उपज का दाम मिलने की आस लगाए किसान कोतवाली, मंडी, तहसील के चक्कर लगा रहे है, राशि नही मिलने पर अब मामला एसपी तक पहुंच गया। 

सोमवार को किसान राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले एसपी कार्यालय पहुंचे पीडि़त किसान रामलाल चौधरी, कोमल बिरला, दिनेश पंवार आदि ने एसपी से मुलाकात कर आरके इंटरप्राइजेस के संचालक अखिलेश पिता राधेश्याम पटेल निवासी कानापुर की शिकायत करते हुए कहा कि अखिलेश ने करीब 15 गांव के 60 किसानों से वर्ष 2023 में कपास की फसल खरीदी थी। उसने किसानों को भरोसा दिलाया था कि शासन की ऑनलाईन योजना के तहत वह पंजीकृत व्यापारी होकर उन्हें कुछ ही समय में उनकी उपज का दाम चुका देगा, इसके एवज में कुछ किसानों को चेक भी दिए थे, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी किसानों को राशि नही मिली है। किसानों का कहना है कि वर्तमान में व्यापारी सहित उसके परिजन भी गांव से लापता है। 

बुजुर्ग महिलाओं से मिले एसपी

एक साल पहले गांव गांव जाकर कपास खरीदने के बाद व्यापारी फरार

चेंबर में किसान प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद कार्यालय परिसर में बैठे किसानों से एसपी मुलाकात करने पहुंचे। यहां चेयर पर बैठी बुजुर्ग महिला गंगाबाई, सकुनबाई से चर्चा की, उनके हाल जाने और पूछा कि खाना खाया या नही। महिलाओं ने निमाड़ी में बात करते हुए कहा साहब दिवाली आई गई, काई करां, बालक न क काई खवाणा, आप फैसलो करो। 

दर्ज करेंगे एफआईआर 

महासंघ के गोपाल पाटीदार, रामेश्वर गुर्जर, सीताराम इंगला, दुलीचंद बिरले आदि ने बताया एसपी ने किसानों के साथ जमीन पर बैठकर चर्चा में आश्वस्त किया है कि वह व्यापारी के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई करेंगे, वहीं जिन किसानों को चेक दिए है वे बैंक में लगाएं, बाउंस होने पर कानूनी कार्रवाईके लिए स्वंतत्र है। 

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