प्रदेश में उर्वरकों का अनुपात समाप्त कर, जबरन टैगिंग बन्द हो

By ending the ratio of fertilizers in the state forced tagging should be stopped

मुख्यमंत्री, कृषि सचिव एवं संचालक कृषि से मिला कॄषि आदान विक्रेता संघ  

forced tagging should be stopped

हलधर किसान इंदौर।    मध्य प्रदेश कृषि आदान विक्रेता संघ के प्रदेश अध्यक्ष मानसिंह राजपूत  एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय रघुवंशी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री  मोहन यादव , प्रमुख कृषि सचिव  एम. सिल्वेन्द्रम, संचालक कृषि  अजय गुप्ता एवं एनएफएल के जोनल मैनेजर  राजेन्द्र एस चौहान से भोपाल में उनके कार्यालय में अलग- अलग समय पर मुलाकात कर कृषि आदान व्यपार में आ रही समस्याओं, शासन की नीति- नियमो को लेकर विस्तार से चर्चा की।

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इंदौर जागरूक कृषि आदान विक्रेता संघ जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण दुबे ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष सहित प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारियों के सामने 

प्रदेश में उर्वरकों का अनुपात समाप्त करने, उर्वरक कंपनियों द्वारा की जा रही जबरन टैगिंग बन्द करने, खाद बीज एवं कीटनाशक अमानक होने पर निर्माता कंपनी पर कार्रवाई करने, मंडी एक्ट में संशोधन करके खाद बीज एवं कीटनाशक दवाइयां को मंडी प्रांगण में ही विक्रय करने की अनुमति देने एवं प्रदेश के कृषि आदान व्यापारियों की अन्य समस्याओं को लेकर अपनी बात रखी। 

मुख्यमंत्री ने समस्याओं को गम्भीरता से सुनने के बाद उर्वरक नीति में संशोधन* के लिये सहमति प्रदान करते हुए समिति एवं निजी उर्वरकों व्यापारियों को अनुपात में दिया जाने वाले प्रावधान को समाप्त करने पर सहमति जताई एवं आश्वासन दिया है कि अन्य राज्यों की उर्वरक नीति के बारे में जानकारी प्राप्त करके इस बारे में उचित निर्णय लिया जाएगा।

 उन्होंने आश्वासन दिया है कि कृषि उपज मंडी प्रांगण के अंदर ही किसानों की उपयोग करने वाली समस्त वस्तुओं के विक्रय के लिए प्रावधान भी किया जाएगा।

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*संचालक कृषि* ने भी इस बात पर सहमति जताई है कि प्रदेश में *उर्वरक निर्माता कंपनीयो द्वारा की जा रही जबरन टेकिंग को रोका जाएग। यदि नमूने अमानक होने पर विक्रेताओं की कोई गलती नहीं है तो उनके विरुद्ध कार्रवाई भी नहीं की जानी चाहिए, इस बारे में एक बैठक अप्रैल माह में आप लोगों के साथ पुनः की जावेगी।

 प्रमुख सचिव कृषि एवं संचालक कृषि संघ के इस तर्क से पूर्णतः सहमत है कि कृषि उपज मंडी प्रांगण में ही समस्त कृषि आदानों एवं उत्पादों की बिक्री की जानी चाहिए पर इस बारे में जो भी संशोधन किए जाने चाहिए वह किए जाएंगे । 

*प्रमुख सचिव कृषि ने मंडी बोर्ड के डायरेक्टर पुरुषोत्तम कुमार से तत्काल ही फोन पर इस बारे में चर्चा भी की  एवं आश्वासन दिया है कि इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। डायरेक्टर एग्रीकल्चर में एनएफएल द्वारा जबरन दिए गए कैप्सूल के बारे में शोकाज नोटिस जारी करने एवं फर्टिलाइजर सेक्रेटरी को पत्र लिखने का आश्वासन दिया है।

प्रदेश स्तरीय प्रतिनिमण्डल के साथ  जो मुलाकात भोपाल में हुई है उसमें एक बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि सरकार हमारी बातों से सहमत है और अप्रैल माह में इस बारे में फिर से प्रदेश संगठन के साथ एक मीटिंग करके विस्तृत रूप से की जावेगी।     

इस प्रतिनिमण्डल में राजेश मलैया सागर, प्रमोद बजाज दमोह, विजय जैन बाबई,  हेमंत परसाई होशंगाबाद , श्रीकृष्ण दुबे इंदौर,पुनीत समैया सिलवानी , राजीव पीतलिया विदिशा , संतोष मौर्य इंदौर , हेमन्त चौहान बकतरा ,शरद साहू इटारसी , जादौन ट्रेडर्स लटेरी,सहित अनेक व्यापारी साथी उपस्थित थे।

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