क्या पृथ्वी पर रहते थे एलियन, मैक्सिको की संसद में दिखाए गए एलियन के शव ने दुनिया को किया हैरान

दिखाए गए शव को क्यों कहा गया एलियन? 

रहस्यमय एलियन: मैक्सिको की संसद में दिखाए गए शव का खुलासा

हलधर किसान, न्यू मेक्सिको   (अंतर्राष्ट्रीय)। मैक्सिको सिटी, पेरू में खोजी गई दो ‘गैर.मानव ममियों से जुड़ा रहस्य अब और भी ज्यादा गहराता जा रहा है। इसके डीएनए का विश्लेषण करने वाले एक्सपट्र्स का कहना है कि इसका 30 फीसदी हिस्सा मनुष्य नहीं बल्कि अज्ञात प्रजाति से मेल खाता है।

यूएफओ से जुड़ी थ्योरी देने वाले जोस जेमी मौसन इन अवशेषों का डीएनए विश्लेषण करने वाली टीम का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि डीएनए विश्लेषण में पाया गया कि इसकी 30 फीसदी आनुवंशिक सामग्री किसी भी ज्ञात प्रजाति से मेल नहीं खाती।

मेक्सिको की संसद में दिखाए गए एलियन

हाल ही में मेक्सिको की संसद में दिखाए गए एलियन की लाश को लेकर एक बार फिर चर्चा होने लगी है। डीएनए विश्लेषण के बाद यह साफ हो गया है कि ये मृत शरीर किसी इंसानी प्रजाति की नहीं, बल्कि यह पूरी तरह से अज्ञात है, क्योंकि परीक्षण इंसानों के क्छ। से बिल्कुल मेल नहीं खाता है।

बता दें कि जाने.माने यूएफओ विशेषज्ञ और पत्रकार जैमे मौसन ने दावा किया था कि उन्हें पेरू में एक ममीकृत एलियन के अवशेष मिले हैं, जो दूसरे ग्रह से आया है। 

मौसन द्वारा लाई गई शोधकर्ताओं की एक टीम ने अवशेषों पर डीएनए परीक्षण किया, जिससे पता चला कि 30 प्रतिशत अज्ञात है और किसी भी ज्ञात प्रजाति से मेल नहीं खाता है।

मौसन का दावा है कि ये निष्कर्ष इन अवशेषों के लिए सबूत है कि ये दूसरे प्रजाति हैं, जो किसी दूसरे ग्रह से आए हैं। हालांकिए शेष 70 प्रतिशत डीएनए संरचना का खुलासा नहीं किया गया है। 

दिखाए गए शव को क्यों कहा गया एलियन? 

डेलीमेल. कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, शवों का नाम क्लारा और मौरिसियो दिया गया है। नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ मैक्सिको (यूएनएएम) द्वारा इनकी कार्बन डेटिंग की गई, जिससे पता चला कि वे 1000 साल से अधिक पुराने हैं, उनके तीन अंगुली वाले हाथ हैं और उनके दांत नहीं हैं।

मौसन ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ये प्रजाति हमारे पृथ्वी की नहीं है, यह डायटम खदानों में पाए गए थे, जो बाद में जीवाश्म बन गए। उन्होंने कहा   वे एलियंस हैं या नहीं, हम नहीं जानते, लेकिन वे बुद्धिमान थे और वे हमारे साथ रहते थे। 

दिखाए गए शव को क्यों कहा गया एलियन? 

मैक्सिको की कांग्रेस में कुछ समय पहले यह कथित एलियन ममी रखे गए थे। इस दौरान मौसन के साथ अन्य शोधकर्ताओं ने गवाही दी थी कि यह एक ही कंकाल है।

हालांकि इस बारे में कोई स्पष्टता नहीं है कि आखिर छोटी एलियन लाशों का 70 फीसदी डीएनए किससे मेल खाता है

 ब्रह्मांड में हम अकेले नहीं 

उन्होंने कहा, हमारे पास गैर.मानवीय नमूनों का एक स्पष्ट उदाहरण है, जो हमारे ग्रह पर किसी भी ज्ञात नमूने से असंबंधित है। यह नमूने हमारे स्थलीय विकास से जुड़े नहीं हैं। वे यूएफओ क्रेश में खोजे गए प्राणी नहीं थी। इसकी जगह वह एक खदान में पाए गए और बाद में ममियों में बदल गए।

वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक पब्लिसिटी स्टंट है।

वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक पब्लिसिटी स्टंट है। दुनिया में एलियंस का कोई वजूद नहीं है। लाश दिखाए जाने पर वैज्ञानिकों ने दावा किया कि यह प्रचीन डमी हो सकती हैं, जो किसी खास अनुष्ठान के लिए जानवरों की लाशों और अल्पाका खोपड़ी से मिलाकर बनाई गई है। 

वैज्ञानिकों का कहना है …

उन्होंने आगे कहा श्लोगों को गैर मानवीय टेक्नोलॉजी और जीवन के बारे में जानने का हक है। उन्होंने कहा, यह वास्तविकता हमें विभाजित करने की जगह मानवता को एकजुट करती है। क्योंकि हम इस ब्रह्मांड में अकेले नहीं और सच्चाई को अपनाना चाहिए।

एलियन के नहीं हैं फेफड़े

जेमी मौसन ने मैक्सिको की संसद के निचले सदन में तस्वीरें और एक्स रे दिखाए थे। जिसे उन्होंने इस बात का सबूत बताया था कि एलियन के फेफड़े और पसलियां नहीं हैं। पेरू के इका में सैन लुइस गोंजागा नेशनल यूनिवर्सिटी के मानवविज्ञानी रोजर जुनिगा ने अपनी गवाही में इन्हें असली बताया था।

उन्होंने आगे कहा, इन प्राणियों के भौतिक और जैविक गठन में किसी भी तरह का मानवीय हस्तक्षेप नहीं है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह प्राणियों की उत्पत्ति के बारे में नहीं जानते।

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