हलधर किसान। कृषि क्षेत्र में आत्महत्या 2022 में बढ़ी हैं। साल 2021 में 10,881 किसानों व कृषि श्रमिकों के मुकाबले साल 2022 में 11,290 किसानों व कृषि श्रमिकों ने जान दी। कृषि क्षेत्र में आत्महत्या में यह वृद्धि मुख्य रूप से कृषि श्रमिकों की अधिक आत्महत्या के कारण हुई है,
2022 में कृषि क्षेत्र में बढ़ी आत्महत्याएं, 11,290 किसानों के साथ कृषि श्रमिको ने दी जान: एनसीआरबी
जबकि किसानों की आत्महत्या में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। कृषि क्षेत्र में महाराष्ट्र (4,248 आत्महत्या) कर्नाटक (2,392 आत्महत्या) और आंध्र प्रदेश (917 आत्महत्या) में सर्वाधिक आत्महत्या दर्ज की गईं। साल 2022 में आत्महत्या करने वाले 5,207 किसानों में 4,999 पुरुष जबकि 208 महिलाएं थीं। वहीं आत्महत्या करने वाले 6,083 कृषि श्रमिकों में 5,472 पुरुष और 611 महिलाएं शामिल थीं।
यह आंकड़े राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट में जारी किए गए है। 4 दिसंबर को जारी एक्सीडेंटल डेथ्स एंड स्यूसाइड्स इन इंडिया 2022 के अनुसार साल 2022 में अखिल भारतीय आत्महत्या दर (एक लाख की आबादी पर आत्महत्या) 12.4 रही जो इससे पहले 12 थी।
2022 में सर्वाधिक आत्महत्या दर वाले राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में सिक्किम (43.1) अंडमान एवं निकोबार द्वीप (42.8), पुदुचेरी (29.7), केरल (28.5) और छत्तीसगढ़ (28.2) शामिल हैं।
जानिए कृषि क्षेत्र में आत्महत्याओं के बढ़ते आंकड़ों के पीछे का कारण।
देशभर के 19 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में Farmers Suicide दर राष्ट्रीय औसत से अधिक रही जबकि 17 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में यह दर राष्ट्रीय औसत से कम थी। इस मामले में सबसे बेहतर स्थिति बिहारए मणिपुर, नागालैंड, जम्मू.कश्मीर, लक्षद्वीप और उत्तर प्रदेश की रही।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट एक्सीडेंटल डेथ्स एंड स्यूसाइड्स इन इंडिया 2022 के अनुसार, वर्ष 2021 में 10,881 किसानों और कृषि श्रमिकों के मुकाबले 2022 में 11,290 लोगों ने आत्महत्या की। कृषि क्षेत्र में महाराष्ट्र में 4,248, कर्नाटक में 2,392, आंध्र में 917 आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए
एनसीआरबी

एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में हुई 18.4 प्रतिशत आत्महत्याओं की वजह बीमारियां रहीं। 12 राज्यों में व केंद्र शासित प्रदेशों में बीमारियों की वजह से आत्महत्या की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक रही।
अंडमान एवं निकोबार द्वीप, पंजाब, तमिलनाडु, सिक्किम और गोवा में बीमारियों की वजह से आत्महत्या की दर सबसे अधिक थी। रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, उत्तराखंड, गोवाए मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, चंडीगढ़, लक्षद्वीप व पुदुचेरी में कृषि क्षेत्र से संबंधित कोई आत्महत्या दर्ज नहीं की गई।