हलधर किसान। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय ने आगमी रबी सीजन में दलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाने की योजना बनाई है. जिसके तहत कृषि मंत्रालय देश के 11 राज्यों में दलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाने की योजना पर काम कर रहा है. इस योजना को अमलीजामा पहनाने की प्रक्रिया इन दिनों अपने चरम पर है.
उड़द और मसूर का उत्पादन बढ़ाने पर जोर
केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण विभाग दलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए जिस योजना पर काम कर रहा है. उसके तहत आगमी रबी सीजन में देश के 11 राज्यों में दलहनी फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया जाना है. कृषि मंत्रालय आगामी रबी सीजन में इन 11 राज्यों में उड़द और मसूर का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहा है. इसके लिएएक विशेष कार्यक्रम (टीएमयू 370) ‘तूरमसूर उड़द – 370’ भी लागू किया गया है. जिसके माध्यम से देश के 11 राज्यों में पड़ने वाले 120 जिलों में मसूर और 150 जिलों में उड़द का उत्पादन बढ़ाने की योजना है.
11 राज्यों में बांटे गए दलहनी फसलों के बीज
दलहन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 2022-23 के दौरान 11 राज्यों के किसानों को 8 लाख से अधिक दालाें के बीज बांटने शुरू कर दिए गए हैं. जिसके तहत एक मिनीकीट के तौर पर उड़द के 4.54 लाख बीज मिनीकिट और मसूर के 4.04 लाख बीज मिनीकिट किसानों के बीच बांटे गए हैं. जानकारी के मुताबिक विशेष रूप से बारिश की कमी वाले क्षेत्रों में जल्दी बुवाई के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के लिए 1,11,563 किट, झारखंड के लिए 12,500 किट और बिहार के लिए 12,500 किट उपलब्ध कराए गए हैं.
दलहन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने 2022-23 के दौरान 11 राज्यों के लिए दाल और उड़द के 4.54 लाख बीज मिनीकिट और मसूर के 4.04 लाख मिनीकिट आवंटित किए हैं।