मूंग की खेती: कम समय, कम लागत, ज्यादा मुनाफा!
बलिया (उत्तर प्रदेश): कहा जाता है कि आम के साथ उसकी गुठली भी फायदे का सौदा होती है. उसी तरह मूंग की खेती भी किसानों के लिए एक ऐसा ही विकल्प है, जहां फसल तो बाजार में अच्छे दाम पर बिकती ही है, साथ ही इसके बचे हुए अवशेषों से भी कमाई की जा सकती है.
कम समय में अधिक मुनाफा
कृषि विशेषज्ञों की मानें तो मूंग की खेती कम समय में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है. इसकी खेती गर्मियों में की जाती है, जब खेत खाली पड़े रहते हैं. वर्तमान में ऐसे समय में मूंग की खेती करना किसानों के लिए बेहद लाभदायक साबित हो सकता है.
नरेंद्र मूंग 01 और मालवीय जागृति बेहतरीन किस्में
मूंग की खेती के लिए कृषि विश्वविद्यालय फैजाबाद से निकली हुई नरेंद्र मूंग 01 और बीएचयू से निकली मालवीय जागृति बेहतरीन किस्में मानी जाती हैं. ये दोनों ही किस्में लगभग 65 से 70 दिनों में तैयार हो जाती हैं.
इस तरह करें बुवाई
खेत में अच्छी जुताई करके और बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करने के बाद 5 से 6 सेंटीमीटर गहराई में बुवाई करनी चाहिए. बीज उपचार से फसल की पैदावार बढ़ाने में मदद मिलती है. साथ ही फसल को रोगों से बचाने के लिए फिनोल फास का प्रयोग किया जा सकता है.

कितना खाद डालें?
एक बीघा खेत के लिए चार से साढ़े चार किलोग्राम बीज पर्याप्त होते हैं. गौर करने वाली बात ये है कि मूंग की खेती में ज्यादा उर्वरक की जरूरत नहीं पड़ती. हालांकि, फॉस्फोरस वाले उर्वरकों का प्रयोग जरूर करना चाहिए. एक बीघा खेत में लगभग 15 किलोग्राम फॉस्फोरस, 10 किलोग्राम पोटाश, 8 से 10 किलोग्राम गंधक और शुरूआती दिनों में 5 किलोग्राम नाइट्रोजन की मात्रा उपयुक्त मानी जाती है.
कैसे कमाएं मुनाफा?
एक अनुमान के मुताबिक, एक बीघा खेत में चार किलोग्राम बीज लगाने से लगभग 6 से 7 क्विंटल मूंग की पैदावार हो सकती है. बाजार में मूंग कम से कम ₹150 से ₹180 प्रति किलो के भाव से बिकती है. इसका मतलब है कि एक बीघा खेत से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. इतना ही नहीं, मूंग की खेती से हरा चारा भी प्राप्त होता है. साथ ही, फसल के अवशेषों से खाद बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है या इन्हें बेचकर भी अतिरिक्त आमदनी कमाई जा सकती है.
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अंतिम रूप से
कम समय और कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मूंग की खेती किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है. मूंग दलहन की फसल है, जो मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी बढ़ाती है. साथ ही, मूंग पोषक तत्वों से भरपूर होती है और सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है. बस, जरूरी है कि किसान मौसम का ध्यान रखें और सही समय पर बुवाई करें. उर्वरक और रोग नियंत्रण के लिए कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेना भी फायदेमंद हो सकता है.