हलधर किसान। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने वर्ष 2024.25 में MP खरगोन जिले के लिए 8564.81 करोड़ रुपए की ऋण योजना तैयार की है।
इसके पीएलपी (पोटैन्श्यल लिंक्ड क्रेडिट प्लान) का सोमवार को विमोचन किया। डीडीएम नाबार्ड विजेंद्र पाटील ने इस योजना की जानकारी कलेक्टर कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय बैंकर समिति की बैठक में दी।
सितंबर माह की त्रैमासिक समीक्षा बैठक के दौरान नाबार्ड ने बनाई गई ऋण वितरण योजना के तहत कृषि क्षेत्र के लिए 7245. 77 करोड़, एमएसएमई क्षेत्र के लिए 1002.75 करोड़ तथा अन्य प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 316.28 करोड़ रुपए का आंकलन किया है।

कृषि मियादी ऋण रुपये 2604.87 करोड़ का आंकलन किया गया है जो कुल कृषि ऋण का लगभग 36 प्रतिशत है। खरगोन जिले के दो महत्वाकांक्षी विकास खंड झिरन्या और भगवानपुरा के लिए क्रमश: रुपये 637.94 करोड़ एवं रुपये 738.46 करोड़ की ऋण संभाव्यता का आंकलन किया गया हैं।
वर्ष 2024.25 के लिए नाबार्ड ने एसएचजी/ एलजी वित्तपोषन, सिंचाई सुविधाओं में विस्तार, वेयरहाउसिंग, डेयरी विकास में सुधार, कृषक उत्पादन संगठन इत्यादि जैसे क्षेत्रों पर जोर देने की आवश्यकता जताई हैं। उपरोक्त क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए, नाबार्ड ने कई विकास गतिविधियों की भी शुरुआत की हैं
जिसमें स्वयं सहायता समूह/ संयुक्त देयता समूह प्रोमोटिंग संस्थान, कार्यशालाओं का आयोजन, सेमिनार, प्रशिक्षण शिविर, एफपीओ, कृषि उत्पादकता सुधार योजना, जल संसाधन के माध्यम से प्रकृतिक संसाधन प्रबंधन, गैर कृषि क्षेत्र के लिए ऋण आधारित प्रशिक्षण इत्यादि प्रमुख हैं।
डीडीएम नाबार्ड ने सभी बैंक को फूड.एग्रो प्रोसेसिंग, एफपीओ फाइनन्सिंग एवं नाबार्ड द्वारा वित्तपोषित बिस्टान एवं नागलवाड़ी लिफ्ट सिंचाई योजना से लाभान्वित क्षेत्रों में माइक्रो ड्रिप/ स्प्रिंकलर, इरीगेशन के लिए ऋण प्रवाह बढ़ाने पर जोर दिया।
मीटिंग में कलेक्टर श्री शर्मा ने शासकीय योजनाओं की समीक्षा की और बैंकर्स को निर्देशित किया कि कि इस माह में विकसित भारत संकल्प यात्रा के साथ.साथ आवंटित लक्ष्य पूर्ण कर लिया जाए।
कलेक्टर ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की प्रगति पर असंतुष्टि जताई उन्हें निर्देशित किया कि आगामी एक माह में लंबित लक्ष्य को पूर्ण कर लिया जाए। बैठक आरबीआई एलडीओ सचिन सुले, एलडीएम सुमेर सिंह सोलंकी एवं सभी विभाग और बैंक के समन्वयक उपस्थित थे।